दरअसल चंचल का पिता श्रवण बाबल है जो कि जोधपुर पुलिस कमिश्नरेट के विवेक विहार थाने का हिस्ट्रीशीटर है। पुलिस ने बताया कि बाबल पर बीस से भी ज्यादा गंभीर केस दर्ज हैं। वह जोधपुर के श्यामलाल जुड़ और बाड़मेर के दिनेश मांजू हत्याकांड का आरोपी भी है। वह करीब 12 साल तक न्यायिक अभिरक्षा में जेल में रहा था। इस दौरान उसकी मुलाकात पेपर लीक किंग जगदीश उर्फ गुरु विश्नोई से हो गई।
दोनो में इतनी दोस्ती हुई कि यह दोस्ती निभाने के लिए जगदीश ने बिना रुपए लिए श्रवण लाल की बेटी के एसआई भर्ती का पेपर दे दिया। उसे खुद पढ़ाया और चंचल को थानेदार बनवा दिया। चंचल ने भी तमाम परीक्षाएं पास कर लीं और थानेदार बन गई। इस बीच ट्रेनिंग शुरू हो गई। लेकिन ट्रेनिंग के दौरान ही पेपर लीक का भांडा फूट गया और चंचल को भी अरेस्ट कर लिया गया। अब चंचल को जेल भेजने की तैयारी है। श्रवण लाल इन दिनों जमानत पर बाहर चल रहा है।