क्षमता | लाइन | किमी |
132 KV | 08 | 36.5 |
220 KV | 07 | 45.0 |
दिक्कत होगी दूर
हाईटेंशन लाइन से प्रभावित भूखंडों के मालिकों के पास पट्टे नहीं हैं। नए नियम लागू होते हैं तो ये लोग पट्टे ले सकेंगे। इससे जेडीए को राजस्व मिलेगा। जेडीए पट्टा न होने की वजह से ये भूखंडधारी विद्युत कनेक्शन भी नहीं ले पा रहे हैं।
राजधानी में सर्वाधिक हाईटेंशन लाइन पीआरएन की कॉलोनयों से गुजरती हैं। लेकिन, इस पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। नए नियम लागू करने की बात हम पिछले डेढ़ वर्ष से कर रहे हैं। लेेकिन, सुनवाई नहीं हो रही।
-अनिल माथुर, अध्यक्ष, पृथ्वीराज नगर जन विकास समिति