मेयर मुनेश गुर्जर का कहना है कि मामले को देख रहे है, किस—किस के नाम से एफआईआर दर्ज करवाई गई है, इसे लेकर वकीलों से राय लेकर मुकदमा दर्ज करवाया जाएगा। उधर, मामले को लेकर फिर से मेयर— अतिरिक्त आयुक्त विवाद ने पकड़ा तूल पकड़ता जा रहा है। मेयर—डिप्टी मेयर सहित कांग्रेसी पार्षदों में आक्रोश है।
इस मामले को लेकर डिप्टी मेयर असलम फारूखी का कहना है कि जांच में दूध का दूध और पानी का पानी सब साफ हो जाएगा। कौन झूठा है, यह समाने आ जाएगी, जब कोई आदमी 5 दिन बाद केस दर्ज करवाता है, गलत इरादा है। हमारे पास भी वीडियो है, सब जांच हो जाएगी। आरोप झूठे है। हमने सरकार को लिखकर दे दिया है, इस मामले की सरकार जांच करवा रही है।