बांधों का उफान : Heavy Rainfall in Rajasthan, overflow of dams
राजस्थान में हाल की लगातार बारिश के कारण कई प्रमुख बांध लबालब भर गए हैं। पांचना, कालीसिंध और कोटा बैराज के अलावा, टोंक का मोती सागर और केकड़ी का लसाड़िया डैम भी ओवरफ्लो हो गए हैं। इन बांधों के उफान से आसपास के क्षेत्रों में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई है।
पाली में बाढ़ का संकट Flood crisis in Pali
पिछले दो दिनों की मूसलाधार बारिश (Heavy Rain) के बाद पाली शहर में बाढ़ की स्थिति बन गई है। 52 से अधिक कॉलोनियां पानी में डूब गई हैं और 30 से ज्यादा कॉलोनियों के लोग अभी भी अपने घरों में कैद हैं।
मौसम विभाग का लेटेस्ट अलर्ट Latest weather department alert
जिलेवार बारिश की स्थिति District wise rain status
राजस्थान के विभिन्न जिलों में बारिश के आंकड़े चिंताजनक हैं:
- अजमेर: 474.1 एमएम (103.45 फीसदी)
- दौसा: 602.4 एमएम (101.33 फीसदी)
- टोंक: 694.7 एमएम (122.57 फीसदी)
- चूरू: 355.2 एमएम (106.35 फीसदी)
- जैसलमेर: 254.1 एमएम (143.64 फीसदी)
- नागौर: 386.5 एमएम (104.60 फीसदी)
ये आंकड़े दिखाते हैं कि इन जिलों में मानसून सीजन की सामान्य बारिश से कहीं अधिक बारिश हो चुकी है।
भविष्य की स्थिति
मौसम विभाग के अनुसार, अगले कुछ दिनों में राजस्थान के पूर्वी हिस्सों में मानसून की बारिश जारी (Heavy Rain) रहेगी, जबकि बाकी जिलों में मौसम साफ रहेगा। हालांकि, 7 अगस्त को अजमेर, अलवर, भरतपुर, दौसा, धौलपुर, जयपुर, करौली, सवाईमाधोपुर और टोंक में भारी बारिश (Heavy Rain) की संभावना है।
नदियों और नालों की स्थिति
तेज बारिश के कारण नदियों और नालों में उफान आ गया है। टोंक का टोरडी सागर डैम भी ओवरफ्लो हो गया है, जिससे सड़क पर बह रही एक रोडवेज बस बह गई है। राजस्थान में बाढ़ और बारिश की स्थिति गंभीर बनी हुई है। प्रशासन और मौसम विभाग की सलाह का पालन करते हुए, लोगों को सुरक्षित रहने और सतर्क रहने की सलाह दी जाती है।