आलम यह था कि कार, बाइक समेत अन्य वाहन तैरते दिखाई दिए। परकोटा में दुकानों के अंदर पानी भर गया। जयपुर में बजाज नगर, मालवीय नगर, महेश नगर समेत जयपुर के कई इलाकों में वाहन चलाने वाले को सड़कों पर भरे पानी के कारण यातायात जाम का सामना करना पड़ा। कई घंटों तक लोग जाम में फंसे रहे। कई जगह ट्रेफिक डायवर्ट भी रहा। सड़कों, रेलवे ट्रेक, घरों,कॉलोनियों सहित कई जगह जलभराव से परेशानी हुई।
गलियों में बने घरों के अंदर पहुंचा पानी
चार घंटे की बारिश में परकोटा इलाके में जौहरी बाजार, चौड़ा रास्ता, किशनपोल बाजार, बड़ी चौपड़, और अन्य प्रमुख बाजारों ही नहीं, बल्कि गलियों में कई फिट तक पानी भर गया। इस दौरान लोग गलियों से बाहर नहीं निकल पाए। परकोटे के बाहरी पॉश कही जाने वाली बड़ी कॉलोनियों, बापू नगर, तिलक नगर, बनीपार्क, टोंक फाटक, मालवीय नगर, मानसरोवर में भी कई घरों के अंदर पानी पहुंच गया।
Weather Forecast : यहां भारी बारिश का अलर्ट
इधर, मौसम केन्द्र की मानें तो गुरुवार को भी भरतपुर, जयपुर, अजमेर व कोटा संभाग के कुछ भागों में भारी व कहीं अति भारी बारिश होने की प्रबल संभावना है। पूर्वी राजस्थान में 17 अगस्त के बाद बारिश की गतिविधियों में कमी आने की संभावना है। इसी प्रकार पश्चिमी राजस्थान के बीकानेर व जोधपुर संभाग में आगामी 3-4 दिन कुछ भागों में तेज मेघगर्जन, आकाशीय बिजली के साथ मध्यम से कहीं-कहीं भारी बारिश होने की प्रबल संभावना है। उदयपुर संभाग के कुछ भागों में आगामी दिनों में हल्के से मध्यम बारिश होने की संभावना है।
5 साल बाद फिर चली मोरेल बांध पर 6 इंच की चादर
दौसा के लालसोट एशिया का सबसे बड़ा कच्चा डेम मोरेल बांध पांच साल बाद एक बार फिर छलक पड़ा। बांध पर चादर चलने से लालसोट उपखण्ड के साथ सवाईमाधोपुर जिले की बौंली, बामनवास, मलारना डूंगर समेत कई तहसीलों के लोगों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा।
जल संसाधन विभाग के सहायक अभियंता चेतराम मीना ने बताया कि बुधवार सुबह करीब 10 बजे मोरेल बांध का जलस्तर अपने पूर्ण भराव पर 30 फीट 5 इंच तक पहुंचा और 10.30 बजे से चादर चलने लगी। दोपहर में ही चादर की मोटाई 6 इंच तक पहुंची गई।