सावन में थार पर पहली बार मेघ मेहरबान हुए। बाड़मेर व जैसलमेर जिले के कई कस्बों में शनिवार सुबह बरसात का दौर शुरू हुआ, जो शाम तक रुक-रुक कर चलता रहा। मूसलाधार बरसात से नदी-नाले उफान पर दिखे। वहीं सड़कें दरिया बन गईं। बाड़मेर में शाम 5.30 बजे तक 85 मिमी बारिश दर्ज की गई। जिले के रामसर में 103 मिमी बारिश हुई।
मौसम विभाग के ऑरेंज अलर्ट को देखते हुए शुक्रवार देर रात को जिला कलक्टर ने समस्त स्कूल और आंगनबाडि़यों में अवकाश घोषित कर दिया। वहीं शनिवार सुबह 5.30 बजे बाड़मेर में बारिश का दौर शुरू हुआ जो दोपहर 12.40 पर थमा। इसके बाद भी हल्की बूंदाबांदी का दौर जारी रहा। जैसलमेर में इस दौरान 80 मिमी बारिश दर्ज की गई।
पार्वती पर चल रही चादर
हाड़ौती में पार्वती नदी की पुलिया पर करीब 3 फीट पानी की चादर चल रही है। इसके चलते स्टेट हाईवे 70 कोटा-श्योपुर राजमार्ग पिछले करीब 42 घंटे से अवरुद्ध है। वहीं, चंबल नदी की झरेर पुलिया पर करीब 4 फीट पानी की चादर चल रही है। इसके चलते पिछले 8 दिनों से खातौली-सवाईमाधोपुर मार्ग अवरुद्ध है। इन जिलों में भारी बारिश की संभावना
मौसम केन्द्र के अनुसार झारखंड के ऊपर बना कम दबाव का क्षेत्र तीव्र होकर डीप डिप्रेशन में परिवर्तित हो चुका है। इसके आगामी 48 घंटों में एमपी से होते हुए पूर्वी
राजस्थान की ओर बढ़ने की संभावना है। इसके प्रभाव से कोटा, उदयपुर संभाग के कुछ भागों में मध्यम से कहीं-कहीं भारी बारिश होने की संभावना है।
4-5 अगस्त को इस तंत्र का राज्य में सर्वाधिक प्रभाव रहेगा और अधिकांश भागों में मानसून गतिविधियों में बढ़ोतरी होगी। कोटा, उदयपुर, अजमेर संभाग के कुछ भागों में भारी बारिश व कहीं-कहीं अतिभारी बारिश होने की संभावना है। 4 अगस्त को कोटा संभाग के जिलों में एक-दो स्थानों पर अत्यंत भारी बारिश होने की संभावना है। 5-6 अगस्त को उदयपुर, अजमेर, जोधपुर व बीकानेर संभाग के कुछ भागों में मध्यम से तेज बारिश व कहीं-कहीं भारी व कहीं-कहीं अतिभारी बारिश होने की संभावना है।