दरअसल, पिछले तीन दिन से राजधानी जयपुर में मेघ मेहरबान हो रहे हैं। मंगलवार को भी जयपुर शहर भारी बारिश से पानी पानी हो गया था। सड़कों पर पानी इतना जमा हो गया कि कारें तक डूब गई। वहीं दरिया बनीं सड़कों पर बच्चे तैरने लगे थे। बरसात के दौरान जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया। सड़कों पर दौड़ता यातायात थम सा गया। हालात ऐसे हो गए थे कि जो लोग जहां थे बस वहीं ठहर गए। बुधवार दोपहर को फिर से आसमां में छाई घटाएं अचानक बरस पड़ी। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस बार बारिश के अच्छे संकते देखने को मिल रहे हैं। अगर ऐसे ही इंद्रदेव बरसते रहे तो शहर के आसपास के इलाकों से जल संकट की परेशानी दूर हो जाएगी।