हाड़ौती क्षेत्र में चम्बल, पार्वती, कालीसिंध और परुवन नदी उफान पर हैं। इस क्षेत्र में सभी छोटे बड़े बांध लबालब हो चुके हैं। इस क्षेत्र में घरों में पानी घुस गया और सड़कें जलमग्न हो गयी। कैठून में हालत सबसे ज्यादा खराब बताये गये हैं जहां सेना बुला ली गई है। सेना के जवान घर घर भोजन पहुंचा रहे हैं वहीं उन्हें सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने में जुट गए हैं।
नगर निगम के गोताखोर तथा आपदा राहत के सदस्य भी राहत कार्य में जुटे हैं। मौसम विभाग के अनुसार हाड़ौती में अब तक 1000 एम एम वर्षा हो चुकी है और वर्षा अब भी जारी है। कोटा जिले के बोरखंडी गांव में पानी भर गया है।
ग्रामीणों को सुरक्षित स्थान पर ले जाया जा रहा है। वहीं चंदलोही नदी के मगरमच्छों के बाहर निकलने से आसपास के गांवों में लोगों को घरों की छतों पर शरण लेनी पड़ रही है। हाड़ौती क्षेत्र में ज्यादातर गांव एवं कस्बों में निचली बस्तियां जलमग्न हो चुकी हैं जबकि बारां में कई कच्चे मकान ढहने की सूचना है।
हाड़ौती क्षेत्र के बूंदी में भी हालात बेकाबू हैं। कई गांवों में पानी भर जाने से ग्रामीण संकट में पड़ गये हैं। उधर मौसम विभाग ने राज्य के 22 जिलों में आगामी 24 घंटों में भारी वर्षा की चेतावनी दी है। भारी वर्षा के चलते बीसलपुर बांध में 311.28 आर एल मीटर पानी आ चुका है। बनास नदी में भी उफान आने से किनारे के गांव में स्थिति बिगड़ रही है।