बता दें कि अनुमान है कि इस साल सर्दी की धीमी शुरुआत होगी। तीन से सात नवंबर के बीच तापमान में दो से चार डिग्री की गिरावट आ सकती है। मौसम विभाग (आइएमडी) का कहना है कि उत्तर-पश्चिमी मैदानी इलाकों में तापमान अगले दो सप्ताह तक सामान्य से 2-5 डिग्री अधिक बना रहेगा। उसके बाद मौसम धीरे-धीरे सामान्य स्थिति की ओर बढ़ेगा। इस साल अक्टूबर का औसत तापमान 26.92 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यह सामान्य से 1.23 डिग्री सेल्सियस ज्यादा रहा। आइएमडी के अनुसार, अटूबर का न्यूनतम तापमान 1901 के बाद रेकॉर्ड सबसे ऊंचे स्तर पर है। अक्टूबर के आंकड़ों से नवंबर में रहने वाली गर्मी का पूर्वानुमान लगाया जा सकता है।
नवंबर-दिसंबर में धीरे-धीरे बढ़ेगी सर्दी
मौसम विभाग ने कहा कि पूर्वानुमान है कि नवंबर-दिसंबर के दौरान धीरे-धीरे ला नीना की स्थिति विकसित होने की संभावना अधिक है। ईएनएसओ (अल नीनो दक्षिणीाीदोलन) की स्थिति धीरे-धीरे नकारात्मक दिशा की ओर बढ़ रही है और दिसंबर तक ला नीना की स्थिति बन सकती है। सर्दियों में ला नीना के कारण अफगानिस्तान, ईरान और हिंदूकुश पहाड़ों में ठंडी लहर बहती है। यहां से आने वाली ये तेज और ठंडी हवाएं भारत में ठंड की को प्रभावित करती हैं।