वहीं इस संबंध में सवाईमानसिंह अस्पताल के पूर्व अधीक्षक डॉ. वीरेन्द्र सिंह और सवाईमानसिंह मेडिकल कॉलेज के श्वसन रोग विशेषज्ञ डॉ.नरेन्द्र खिप्पल से जब ह्यूमन मेटान्यूमो वायरस (एचएमपीवी) को लेकर सवाल किए तो उन्होंने वायरस से बचने के संबंध में सुझाव दिए।
Q. राजस्थान में इस वायरस का कितना खतरा है?
अभी चीन से आ रही खबरें स्पष्ट नहीं है, लेकिन इतना जरूर है कि वहां अस्पताल भर गए हैं। मृत्यु दर को लेकर भी अभी स्पष्ट रिपोर्ट्स नहीं आई हैं। भारत में इसके प्रसार के बारे में अभी कुछ नहीं कहा जा सकताQ. लक्षण किस तरह के हैं, किन्हें अधिक खतरा है?
एचएमपीवी वायरस के लक्षण जुकाम, खांसी और बुखार की तरह हैं। बच्चों और वृद्धजनों को अधिक खतरा हैQ. वायरस की गंभीरता कितनी है?
फेफड़े के पुराने मरीजों के लिए यह जोखिम भरा हो सकता है। श्वांस की बीमारी अधिक होती है। फेफड़े सफेद हो जाते हैं। निमोनिया बिगड़ सकता है। जरूरी जांच और इलाज पर रिसर्च चल रही है। यह वीडियो भी देखें