Violence in Rajasthan: राजस्थान में आज यहां बवाल- एक समुदाय के लोग गांव में घुसे, फायरिंग और पथराव, लोगों ने घरों में घुसकर बचाई जान
परिजनों व ग्रामीणों द्वारा पार्थिव देह के अंतिम दर्शन के साथ ही अंतिम यात्रा के लिए रस्म अदा की गई। गांव में सैन्य अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों व सैंकड़ों ग्रामीणों की मौजूदगी में सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। घर से शमशान घाट तक ग्रामीणों के साथ सैंकड़ो युवाओं ने वीर जवान अमर रहे व भारत माता के जयकारे लगाए। वीर जवान के बड़े भाई ने मुखाग्नि के साथ अंतिम सलामी दी। दिवंगत हवलदार जसवंतसिंह के पिता बुधसिंह आरएसी से रिरायर्ड है वहीं उनके दोनों बड़े भाई भारतीय सेना में सेवाएं दे रहे हैं। वीर जवान राठौड़ के 7 वर्षीय पुत्र व 10 वर्षीया पुत्री है।
गार्ड ऑफ ऑनर
अंतिम संस्कार स्थल पर सैन्य टुकड़ी ने राइफल्स से हवाई फायर के बाद शस्त्र उलटे करते हुए मातमी धुन बजाकर गार्ड ऑफ ऑनर दिया। सैन्य अधिकारियों सहित, पीसीसी सदस्य उम्मेदसिंह चोरडिया, सरपंच प्रतिनिधि मांगीलाल, पूर्व उप प्रधान कुम्भाराम सुथार, अमरसिंह बालेसर, राजस्थानी साहित्यकार मदनसिंह सोलंकियातला, पूर्व सरपंच राजेश कुमावत जबर सिंह सोलंकियातला ने पुष्प चक्र अर्पित कर वीर जवान को श्रद्धांजलि दी। गॉर्ड ऑफ ऑनर के बाद सैन्य अधिकारियों ने पार्थिव देह पर लिपटा तिरंगा झंडा परिजनों को सौंपा। बारिश के बावजूद सैंकड़ो ग्रामीण कई घंटो तक अंतिम संस्कार में मौजूद रहे।
बंद रहा बाजार
वीर जवान की पार्थिव देह लेकर फूलों से सजी फौज की गाड़ी राष्ट्रीय राजमार्ग से सोलंकियातला गांव में बिंजराजसिंह की ढाणियों की ओर रवाना हुई तो घर आंगन में सैंकड़ों ग्रामीणों का हुजूम उमड़ पड़ा। ग्रामीणों व दुकानदारों ने भी वीर जवान के सम्मान में पुष्प वर्षा कर उन्हें सेल्यूट किया। देश के सरहद की हिफाजत करने वाले वीर फौजी के सम्मान में गांव के बाजार बंद रहे।