दरअसल, हरियाणा चुनाव नतीजों पर कांग्रेस पार्टी की समीक्षा बैठक पर राजस्थान के पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि नतीजों का पोस्टमॉर्टम हो रहा है। कल एक बैठक हुई, जिसमें राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे ने तय किया कि एक कमेटी बनायी जाएगी, जो हमारे सभी उम्मीदवार (जीतने वाले और हारने वाले दोनों) और राज्य के नेता गहराई से विचार करेंगे और आंकलन करेंगे कि वास्तव में क्या हुआ।
अशोक गहलोत ने आगे कहा कि पूरा देश देख रहा था कि कांग्रेस जीत रही है, राज्य देख रहा था कि कांग्रेस जीत रही है…लेकिन अचानक क्या हुआ? चौंकाने वाले नतीजे आए। कहीं से हारने की खबर तो आ ही नहीं रही थी, चाहें एग्जिट पोल हों या मीडिया…यह परिणाम चौकाने वाले थे इसलिए इसकी तह में जाना जरूरी है।
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गुटबाजी को लेकर दिया बड़ा बयान
पूर्व सीएम ने कहा कि, कहा जा रहा है कि वहां गुटबाजी थी, वे अति आत्मविश्वास में थे, जातिगत समीकरण बदल गए। ये बातें कही जाती रहती हैं…लेकिन हमने पहली बार ऐसी स्थिति देखी है, कि नतीजे पलट गए। हमने सभी मुद्दों पर चर्चा की कि गुटबाजी की वजह से हारे, हुड्डा बनाम सैलजा की वजह से, दलित वोट के जाने से हारे या फिर ईवीएम की वजह से या किसी और कारण से हम हारे…ये पता लगाया जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि EVM मशीन को लेकर भी हमने चुनाव आयोग में शिकायत की है… पहली बार हम चुनाव में देख रहे हैं कि इस प्रकार के हालात बनते हैं और परिणाम पलट जाते हैं… बल्कि कई भाजपा नेता भी कह रहे थे कि कांग्रेस जीत रही है… यह सारी बातें तो हैं लेकिन मेरा मानना है कि जब तक आप इस मामले की तह तक न जाएं तब तक इस पर कुछ भी कहना उचित नहीं है।
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राजस्थान में हम उपचुनाव जीतेंगे- गहलोत
राजस्थान में होने वाले उपचुनावों पर पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि मुझे लगता है कि हम उपचुनाव जीतेंगे, क्योंकि हमारी सरकार की योजनाओं को देशभर के राज्य अपना रहे हैं…चाहे 25 लाख का बीमा हो, OPS हो, फ्री बिजली हो, सोशल सिक्योरिटी के लिए पेंशन हो, शहरी रोजगार हो, 30 हजार छात्रों को फ्री कोचिंग हो, विदेश में फ्री एजुकेशन हो…ऐसे कई काम है जिनकी गिनती ही नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि अब आने वाले समय में क्या स्थिति बनती है, यह तो समय ही बताएगा, लेकिन मुझे लगता है कि बीजेपी सोचती है कि हरियाणा के बाद वह फिर से सक्रिय हो गई है। लेकिन ऐसा नहीं है, मुझे नहीं लगता कि ऐसा माहौल बनेगा… उनकी सत्ता विरोधी लहर अब भी कायम है, आगे भी कायम रहेगी, ये मेरा मानना है।
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‘महाराष्ट्र-झारखंड में नहीं होगा असर’
हरियाणा चुनाव के नतीजों का महाराष्ट्र और झारखंड में होने वाले चुनावों पर क्या असर होगा, इस पर पार्टी के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत ने कहा कि वहां गठबंधन चल रहा है, लेकिन जो लोग कहते हैं कि अब वहां क्या होगा, क्योंकि हम यहां हार चुके हैं, तो पार्टी को थोड़ा झटका जरूर लगता है, कार्यकर्ता भी इसे महसूस करते हैं। लेकिन समय के साथ स्थिति नियंत्रण में आ जाती है। उन्होंने कहा कि हरियाणा में स्थिति अलग थी, महाराष्ट्र में स्थिति अलग है। वहां शासन-प्रशासन कैसा है, वहां मुद्दे क्या हैं, वहां जनता की भावनाएं क्या हैं, ये सब अलग-अलग हैं। इसलिए मुझे लगता है कि इन नतीजों का वहां ज्यादा असर नहीं होगा।