जयपुर

महज 40 दिनों में मन की मुराद पूरी कर देती है हनुमानजी की यह पूजा

यूं तो मंगलदेव की पूजा के लिए अनेक मंत्र, जाप, स्तोत्र आदि हैं पर वे हनुमानजी की पूजा से सबसे ज्यादा प्रसन्न होते हैं।

जयपुरJun 23, 2020 / 08:05 am

deepak deewan

hanuman chalisa paath – hanumanji ki puja ka mahatva

जयपुर। नवग्रहों में मंगलदेव सेनापति माने जाते हैं। उन्हें भूमि पुत्र अथवा भौम भी कहा जाता है. मंगलदेव अविवाहित हैं लेकिन ज्योतिषियों के मुताबिक दांपत्य जीवन मंगलदेव की कृपा के बिना सफल नहीं हो सकता इसलिए उनकी प्रसन्नता जरूरी है। सेनापति मंगलदेव साहस-शौर्य-पराक्रम के प्रतीक हैं. इसके साथ ही वे प्रेम के भी कारक हैं. कुंडली में मंगल की स्थिति मजबूत रहने पर व्यक्ति पराक्रमी बनता है, जीवनभर स्वस्थ रहता है. विशेष बात यह है कि उसके शत्रु उसका बाल बांका भी नहीं कर पाते.

जिनकी कुंडली में मंगल की स्थिति कमजोर रहती है वे हमेशा शत्रुओं से पीडित रहते हैं. प्राय: बीमार भी रहते हैं और डरपोक रहते हैं. ऐसे लोगों को मंगलदेव की पूजा कर उन्हें प्रसन्न करने का प्रयास करना चाहिए. ज्योतिषाचार्य पंडित दीपक दीक्षित बताते हैं कि यूं तो मंगलदेव की पूजा के लिए अनेक मंत्र, जाप, स्तोत्र आदि हैं पर वे हनुमानजी की पूजा से सबसे ज्यादा प्रसन्न होते हैं। मंगलवार के दिन हनुमानचालीसा का पाठ सबसे उत्तम रहता है।
हनुमानजी कलयुग के सबसे आराध्य देव हैं। हनुमानचालीसा का पाठ करना सबसे ज्यादा आसान भी रहता है और उसका फल भी जरूर प्राप्त होता है। हनुमानचालीसा का पाठ बेहद सरल है पर इसे नियमपूर्वक किया जाना चाहिए। पंडित दीपक दीक्षित बताते हैं कि हनुमानचालीसा का पाठ बहुत फलदायक रहता है। इसका एक विशेष प्रयोग भी है। इसका सात बार पाठ करना सबसे उत्तम माना जाता है।
हनुमानचालीसा में भी लिखा है –
जो सत बार पाठ कर कोई, छूटहिं बंदी महा सुख होई-
यानि हनुमानचालीसा का नियमित रूप से सात बार पाठ करने से महासुख मिलता है, यहां तक कि बंदी कारागृह से मुक्त हो सकता है। भावार्थ यह है कि हनुमानचालीसा का सात बार का पाठ करने से जीवन का ऐसा कोई सुख नहीं है जोकि प्राप्त नहीं किया जा सके।

ज्योतिषाचार्य पंडित नरेंद्र नागर के मुताबिक यदि आप जीवन में पैसों की दिक्कत दूर करना चाहते हैं, कोई बड़ा संकट आपको परेशान कर रहा है, अच्छी नौकरी चाहते हैं, कोई परिजन किसी गंभीर बीमारी से ग्रस्त है या जीवन में प्यार की अभिलाषा है- इन सब कामों के लिए एक ही कारगर उपाय है- हनुमानचालीसा का मनोयोग से 7 बार पाठ करना। शुक्ल पक्ष के किसी भी मंगलवार से यह काम शुरु करें और नियमित रूप से 40 दिनों तक रोज हनुमानचालीसा का सात बार पाठ करें। पाठ पूरा होने के बाद जल्द ही आपके मन की मुराद पूरी हो जाएगी। इस दौरान हो सके तो विशेषरूप से मंगलवार के दिन ब्रह्मचर्य का पालन करें.

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