नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने लिखा है कि इस पूरे मामले में मुख्य कड़ी Rpsc के अध्यक्ष हैं। उनको जल्द से जल्द अरेस्ट करने की जरूरत है और साथ ही तुरंत प्रभाव से इस भर्ती परीक्षा को रद्द कर इसे दुबारा से कराने की आवश्यकता है। सांसद ने लिखा है कि इस परीक्षा में हुई धांधली के कारण लाखों बच्चों का भविष्य अंधकार में चला गया है। तुरंत प्रभाव से इस परीक्षा को रद्द करने की जरूरत है। इसी तरह का पत्र सीएम भजन लाल को भी सौंपा गया है।
उल्लेखनीय है कि इस परीक्षा को लेकर सरकार पहले ही बैकफुट पर आ चुकी है। अभी आरपीए में ट्रेनी एसआई की ट्रेनिंग चल रही है और उधर एसओजी धड़ाधड़ गिरफ्तारी किए जा रही है। अब तक इस मामले में 42 एसआई पकड़े जा चुके हैं। अभी भी करीब बीस से ज्यादा एसओजी की रडार पर हैं और उनकी भूमिका संदिग्ध मिलते ही उनको अरेस्ट कर लिया जाएगा।
इस पूरे मामले में अब नए राज खुलने की उम्मीद है। दरअसल एसआई पेपर लीक के मास्टर माइंड रामू राम रायका को अरेस्ट करने के साथ ही शिक्षक भर्ती पेपर लीक के मास्टर माइंड बाबूलाल कटारा को भी इस केस में जोड़ा गया है। रामू राम ने कहा था कि उसे पेपर कटारा ने ही दिया था। अब दोनो को आमने – सामने बिठाकर पूछताछ की तैयारी की जा रही है। दोनो ही लगातार रिमांड पर चल रहे हैं। रामूराम साल 2018 से 2022 तक आरपीएस सदस्य रहे हैं और कटारा साल 2020 से आरपीएससी सदस्य रहा है, लेकिन पेपर लीक में नाम आने के बाद साल 2022 के अंत में राज्यपाल ने उसे निलंबित कर दिया था।