गडकरी ने कहा जो ठेकेदार सही काम नहीं करेगा, उसे बुलडोजर के नीचे डलवा देंगे। अमेरिका व यूरोप में एक्सप्रेस-वे बनाने वाली स्टोन मेस्टिक एस्फाल्ट तकनीक से एक्सप्रेस-वे का निर्माण हुआ है। दस साल की गारंटी है। आईआईटी खडगपुर और आईआईटी गांधीनगर से जांच करवाई गई। जिसमें टायरों से एसएमए लेयर के दबने की बात सामने आई है। इसको ठीक करने का काम तीन महीने में पूरा होगा। वहीं चार ठेकेदारों को ब्लैक लिस्टेड कर जिम्मेदारों पर कार्रवाई होगी।
अगले सत्र से पहले…. नहीं दिखेंगे टोल नाके
गडकरी ने कहा कि दुनिया की सबसे अच्छी तकनीक हम ला रहे हैं। अगले संसद सत्र से पहले कोई टोल नाका नहीं रहेगा। किसी वाहन को कहीं नहीं रुकना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि जितना प्रवास करेंगे, उतने का ही टोल लगेगा। इसके बाद पूरा टोल नहीं देना होगा।बेनीवाल ने गुणवत्ता पर उठाया सवाल, बोले 150 से ज्यादा मौतें
लोकसभा में प्रश्नकाल में पहला सवाल राजस्थान के नागौर से सांसद व आरएलपी प्रमुख हनुमान बेनीवाल ने दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे की गुणवत्ता पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि एक्सप्रेस-वे की खामियों के चलते इस पर 150 से ज्यादा लोगों की मौतें हुई हैं, जिसमें अकेले दौसा में 50 से ज्यादा लोगों की जान गई। उन्होंने कार्रवाई और अंतिम जांच रिपोर्ट की डेडलाइन पर मंत्री से सवाल किया।हादसों के कारणों को दूर करने के लिए 40 हजार करोड़ रुपए मंजूर
गडकरी ने कहा कि एक्सप्रेस-वे की कमी के कारण लोगों की मौत होने की उन्हें जानकारी नहीं है, लेकिन सच्चाई है कि देश में 5 लाख हादसों में 1 लाख 68 हजार लोगों की मौत हुई है। यह दुखी करने वाली बात है। उन्होंने कहा कि लोगों में कानून का डर और सम्मान नहीं है। सरकार ने दुर्घटना स्थलों पर सुधार के लिए 40,000 करोड़ खर्च करने का फैसला किया है। यह भी पढ़ें