गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला के नेतृत्व में सवाईमाधोपुर के मलारना एवं नीमोदा रेलवे स्टेश के बीच शुक्रवार शाम गुर्जरों ने दिल्ली-मुंबई रेलवे ट्रैक पर पड़ाव डाल दिया था, जहां प्रदर्शनकारियों ने रात में रेललाइन पर ही तम्बू लगाकर रात वहीं बिताई और दूसरे दिन भी अपनी मांगों के समर्थन में आंदोलन जारी रखा। प्रदर्शनकारियों के लिए ट्रेक पर पानी की टैंकरों द्वारा व्यवस्था की गई है। सुबह प्रदर्शनकारियों के लिए दूध की व्यवस्था भी की गई। इस दौरान कर्नल बैंसला खुद मौजूद हैं और अपनी मांग पर अडिग हैं।
हालांकि इस बार गुर्जर आंदोलन अब तक हिंसक नहीं हुआ हैं, लेकिन प्रदर्शनकारियों ने रेलवे ट्रैक अवरुद्ध कर रखा है। बैंसला ने प्रदर्शनकारियों से शांतिपूर्वक आंदोलन करने की अपील की थी। बैंसला ने आंदोलन के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि उन्होंने अपनी मांग को लेकर सरकार को बीस दिन पहले ही चेतावनी दे दी थी कि इस दौरान उनका हक दे दे, लेकिन सरकार ने उनकी अनदेखी की। अब जो होगा उसके लिए हम जिम्मेदार नहीं हैं, इसके लिए केवल सरकार जिम्मेदार है।
उधर आंदोलन के समर्थन में करौली जिले के गुडला गांव में भी गुर्जरों ने सड़क पर जाम लगा दिया। जाम से करौली-हिण्डौन मार्ग बाधित हो गया है, जिससे सड़क पर वाहनों की लम्बी कतारें लग गईं। आंदोलन तेज करने के लिए दौसा जिले के सिंकदरा एवं जयपुर जिले के कोटपुतली में गुर्जरों की महापंचायत बुलाई गई है। सिकंदरा महापंचायत में जयपुर-आगरा सड़क मार्ग तथा कोटपुतली में दिल्ली-जयपुर सड़क मार्ग पर जाम लगाने के लिए रणनीति बनाई जाएगी।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आंदोलनकारियों से शांति की अपील की हैं। वहीं आंदोलनकारियों की सरकार के साथ सायं पांच बजे आंदोलन स्थल से करीब दो किलोमीटर दूर देवनारायण मंदिर परिसर में शाम पांच बजे वार्ता होने वाली है। आंदोलन के कारण रेलवे की कई रेलगाड़ियां प्रभावित हुई जिनमें करीब बीस गाड़ियों को परिवर्तित मार्ग से चलाया जा रहा हैं वहीं पांच रेलगाड़ियों को फिलहाल रद्द कर दिया गया।
आंदोलन के कारण 19062 रामनगर बांद्रा एक्सप्रेस, 12904 उदयपुर-हजरत निजामुद्दीन एक्सप्रेस, 13238 कोटा-पटना एक्सप्रेस, 19019 ब्रांद्रा- देहरादून एक्सप्रेस आदि गाडि़यों को मार्ग बदलकर चलाया जा रहा हैं। आंदोलन के चलते पुलिस एवं प्रशासन पूरी तरह सतर्क हैं और सुरक्षा एवं कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिए पुख्ता इंतजाम किये गए हैं। आंदोलनस्थल पर वज्रवाहन एवं एसटीएफ की कम्पनी तैनात कर दी गई है। पुलिस गुर्जर बहुल क्षेत्रों में गश्त भी कर रही हैं।