हौसले की उड़ान, दो बार मिला कमांड
लुधियाना (पंजाब) के शहीद करतार सिंह सराभा गांव की शालिजा धामी को सितंबर 2019 में वायुसेना की फ्लाइंग यूनिट की पहली महिला कमांडर बनाया गया था। उन्हें एयर ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ की तरफ से दो बार कमांड दिया जा चुका है। शालिजा ने घुमार मंडी के खालसा कॉलेज से बीएससी की पढ़ाई की। उनके पिता हरकेश धामी बिजली बोर्ड के एसडीओ, जबकि मां देव कुमारी जल आपूर्ति विभाग में कार्यरत थीं।
2010 में हाईकोर्ट ने दिया था अधिकार
भारतीय वायुसेना में 1994 में पहली बार महिलाओं को शामिल किया गया था। काफी समय तक उन्हें नॉन कॉम्बैट जिम्मेदारी दी जाती रही। दिल्ली हाईकोर्ट में लंबी कानूनी लड़ाई के बाद 2010 में वायुसेना में महिलाओं को पुरुषों के समकक्ष कमीशन पाने का अधिकार मिला। हाईकोर्ट ने फैसले में कहा था कि 14 साल की सर्विस पूरी होने के बाद महिलाओं को पुरुषों की तरह स्थायी कमीशन दिया जाए।