पटना। बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने बताया है कि सरकार राज्य में भूजल दोहन के नियंत्रण के लिए विधानमंडल में विधेयक लाएगी।
मोदी ने इंडियन वाटर वक्र्स एसोसिएशन के 52वें वार्षिक सम्मेलन के समापन समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि आने वाले दिनों में बिहार सरकार भूजल संरक्षण विधेयक लाकर जमीन के नीचे के पानी के दोहन को नियंत्रित करेगी। उन्होंने कहा कि 29 हजार करोड़ रुपए खर्च कर बिहार सरकार इस साल मार्च तक सभी घरों में पाइप के जरिए नल का जल उपलब्ध करा देगी।
जल जीवन मिशन
उन्होंने बताया कि जल जीवन मिशन के तहत तीन लाख 50 हजार करोड़ रुपये खर्च कर प्रधानमंत्री ने वर्ष 2024 तक देश के सभी घरों में नल का जल पहुंचाने का निश्चय किया है। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि पानी की प्रचूरता वाले राज्य बिहार में भी भूजल संकट गहराता जा रहा है।
चिंता बढ़ाता भूजल
उन्होंने कहा कि पिछले साल गर्मियों में पहली बार दरभंगा, छपरा, वैशाली जिलों में टैंकर से पानी पहुंचना पड़ा था। उन्होंने कहा कि भूजल स्तर नीचे गिरने से बड़ी संख्या में चापाकल ठप पड़ गए थे। उन्होंने कहा कि घटते भूजल को नियंत्रित करने को लेकर सरकार चिंतित है।
मोदी ने इंडियन वाटर वक्र्स एसोसिएशन के 52वें वार्षिक सम्मेलन के समापन समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि आने वाले दिनों में बिहार सरकार भूजल संरक्षण विधेयक लाकर जमीन के नीचे के पानी के दोहन को नियंत्रित करेगी। उन्होंने कहा कि 29 हजार करोड़ रुपए खर्च कर बिहार सरकार इस साल मार्च तक सभी घरों में पाइप के जरिए नल का जल उपलब्ध करा देगी।
जल जीवन मिशन
उन्होंने बताया कि जल जीवन मिशन के तहत तीन लाख 50 हजार करोड़ रुपये खर्च कर प्रधानमंत्री ने वर्ष 2024 तक देश के सभी घरों में नल का जल पहुंचाने का निश्चय किया है। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि पानी की प्रचूरता वाले राज्य बिहार में भी भूजल संकट गहराता जा रहा है।
चिंता बढ़ाता भूजल
उन्होंने कहा कि पिछले साल गर्मियों में पहली बार दरभंगा, छपरा, वैशाली जिलों में टैंकर से पानी पहुंचना पड़ा था। उन्होंने कहा कि भूजल स्तर नीचे गिरने से बड़ी संख्या में चापाकल ठप पड़ गए थे। उन्होंने कहा कि घटते भूजल को नियंत्रित करने को लेकर सरकार चिंतित है।