बेघर लोगों को सर्दी में राहत देने और रात्रि विश्राम के लिए शहर में अस्थायी आश्रय स्थल (रैन बसेरे) बनवाए जाते है। सरकार ने इन रैन बसेरों को नवंबर में ही शुरू करने के निर्देश दिए है, लेकिन नगर निगम प्रशासन की अनदेखी के चलते ये रैन बसेरे अभी शुरू नहीं हो पाए है। जयपुर ग्रेटर निगम की ओर से शहर में 10 जगहों पर अस्थाई रैन बसेरे तैयार किए जा रहे है। इनमें सिर्फ दो ही रैन बसेरे अभी चालू किए गए है, जिनमें जेएलएन मार्ग पर रामनिवास बाग और जेकेलोन अस्पताल के पास रैन बसेरे को चालू किया गया है। इन रैन बसेरों में 200 लोगों के ठहरने की ही व्यवस्था है।
यहां चालू नहीं हो पाए रैन बसेरे
ग्रेटर नगर निगम क्षेत्र में जेकेलोन अस्पताल के बाहर दूसरा रैन बसेरा बनाया गया है, हालांकि इसे अभी चालू नहीं किया गया है। जबकि शहर में 7 अन्य जगहों पर बनाए गए रैन बसेरे भी चालू नहीं किए गए है। हालांकि निगम के 7 स्थाई आश्रय स्थलों को भी रैन बसेरे के रूप में काम में लिया जा रहा है, लेकिन वहां अभी लोग नहीं पहुंच पा रहे है।
ग्रेटर निगम ने यहां बनाए अस्थाई रैन बसेरे
1. रामनिवास बाग के पीछे
2. जेकेलोन अस्पताल के बाहर
3. जेकेलोन अस्पताल के बाहर गेटवेल के सामने
4. गांधी नगर रेलवे स्टेशन के सामने
5. जीटी पुलिया के नीचे
6. सांगानेर पुलिया के नीचे
7. महारानी फार्म पुलिया के नीचे
8. गोपालपुरा पुलिया के नीचे
9. विद्याधर नगर सेक्टर 6 पेट्रोल पंप के पास
10. 200 फीट बायपास दिल्ली—अजमेर रोड
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हैरिटेज निगम में शुरू किए रैन बसेरे
हैरिटेज नगर निगम ने इस बार 4 जगहों पर अस्थाई रैन बसेरे शुरू किए है। वहीं 5 जगहों पर बने स्थाई आश्रय स्थलों को भी रैन बसेरे के रूप में काम में लिया जा रहा है। हैरिटेज निगम उपायुक्त मनीषा यादव ने बताया कि हैरिटेज निगम क्षेत्र में एक नवंबर से रैन बसेरे शुरू कर दिए गए। सबसे पहले खासाकोठी पुलिया के नीचे रैन बसेरा बनाया गया। उसके बाद अन्य जगहों के रैन बसेरे भी शुरू कर दिए गए है। इनमें रात को लोग रह रहे है। बिस्तरों के साथ भोजन—पानी की सुविधा उपलब्ध करवाई गई है।