ये बोले मंत्रीजी डोटासरा ने मंच से चुटकी लेते हुए कहा कि मंत्री बनने के बाद काफी लोग मिलने आते हैं। ज्यादातर अपनी समस्याओं के संबंध में ज्ञापन देते हैं। लोग एक ही बात कहते हैं कि समस्याओं का समाधान हो या नहीं हो, इसकी परवाह नहीं है। पांच साल जो आपने विधानसभा में बोला, उसे जरुर ध्यान रखना। डोटासरा बोले कि हमने विपक्ष की भूमिका में रहते हुए शिक्षा के मुद्दों पर सरकार को खूब घेरा। लेकिन, जब हम सरकार में हैं तो हमारी जिम्मेदारी है वे सारे काम करने की। जिसके लिए हमने पिछली बार तत्कालीन सरकार को विधानसभा में घेरा था।