जयपुर

राज्यपाल का अभिभाषण कभी केंद्र का, कभी राज्य का तो कभी चुनावी लगा : देवासी

राजस्थान विधानसभा का सत्र जारी है।

जयपुरJan 24, 2024 / 02:56 pm

Manish Chaturvedi

राज्यपाल का अभिभाषण कभी केंद्र का, कभी राज्य का तो कभी चुनावी लगा : देवासी

जयपुर। राजस्थान विधानसभा का सत्र जारी है। जिसमें राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा चल रही है। इस पर बुधवार को रानीवाड़ा विधायक रतन देवासी ने विधानसभा में कहा कि हमेशा देखा जाता है कि राज्यपाल के अभिभाषण को राजनीतिक रूप में देखा जाता है। मैं राज्यपाल के कुछ बिंदुओं पर चर्चा करना चाहता हूं। जब किसी सरकार का गठन होता है तो राज्यपाल का पहला अभिभाषण होता है। उसमें सरकार का विजन होता है। उसमें अभिभाषण में राजस्थान की जनता सरकार के बारे में सुनना चाहती है। यह अभिभाषण कौन तैयार करता है। आपने मंत्रीमंडल उप समिति बना दी है। तीन मंत्रियों को उस समिति में रखा गया है। उन्होंने इस अभिभाषण को तैयार किया है। मैं समझता हूं कि उन तीन मंत्रियों को अभिभाषण को लेकर पूछा जाना चाहिए। विचार धारा अपनी जगह है। पूर्व में भी यहां भैरोसिंह शेखावत, वसुंधरा राजे बैठी है।
मुझे खेद के साथ कहना पड़ रहा है कि जिन शब्दों को प्रयोग अभिभाषण में किया है। वह बहुत खेदजनक है, जो राज्यपाल के मुंह से कहलाया गया।

आपने अभिभाषण बनाया। कभी लगा कि केंद्र सरकार का अभिभाषण है, कभी राज्य का, कभी चुनावी अभिभाषण लगा। पैरा चार की शुरूआत अनर्तकलह शब्द से करा दी। अराजकता के अंधकार, तथाकथित योजनाओं की समीक्षा होगी, ऐसे शब्दों का प्रयोग हुआ। तथाकथित शब्द क्या होता है, कोई भी योजना जब बनती है, उसका प्रारूप तैयार होता है। अभिभाषण में कहा गया कि आर्थिक आपातकाल की ओर से राज्य को धकेल दिया गया। इस शब्द के बारे में चर्चा करनी चाहिए। आर्थिक आपातकाल जब होता है, जब राष्ट्रपति को लगता है कि इस राज्य की स्थिति खराब है।

Hindi News / Jaipur / राज्यपाल का अभिभाषण कभी केंद्र का, कभी राज्य का तो कभी चुनावी लगा : देवासी

Copyright © 2025 Patrika Group. All Rights Reserved.