जयपुर

राजस्थान के इस दिग्गज नेता के सम्मान में जारी होगा डाक टिकट, शख्सियत ऐसी कि सभी धर्म और जाति के लोग देते थे सम्मान

केन्द्रीय संचार मंत्रालय ने जारी की स्वीकृति…

जयपुरMay 12, 2018 / 03:23 pm

dinesh

Consumer Forum Decided Decision

जयपुर। केन्द्रीय संचार मंत्रालय दिवगंत पूर्व उप राष्ट्रपति भैरोसिंह शेखावत के सम्मान में स्मारक डाक टिकट जारी करेगा। 15 मई को शेखावत की पुण्य तिथि है। शेखावत के दोहित्र अभिमन्यु सिंह राजवी ने बताया कि केन्द्रीय संचार मंत्री मनोज सिन्हा ने इसकी जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि राज्यसभा सदस्य और भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री ओम प्रकाश माथुर ने गत 20 मार्च को संचार मंत्री सिन्हा को पत्र लिखा था और शेखावत के सम्मान में विशेष कवर और डाक टिकट जारी करने का प्रस्ताव भेजा था। इसमें उïन्होंने बताया था कि 1952 से उपराष्ट्रपति बनने तक उनका सार्वजनिक जीवन बेहद संयमित, समर्पित और मर्यादित रहा। वे राजस्थान के सर्वाधिक लोकप्रिय जननेता रहे। ऐसे में शेखावत का विशेष कवर और डाक टिकट जारी करना उनके व्यक्तित्व को सच्ची श्रद्धांजलि होगी। सिंह ने शेखावत के परिवार और राजस्थान की ओर से माथुर और सिन्हा का आभार जताया।
 

15 को शेखावत के समाधि स्थल पर होगी सर्वधर्म प्रार्थना सभा
दिवगंत उपराष्ट्रपति भैरोसिंह शेखावत की आठवीं पुण्य तिथि के अवसर पर विद्याधर नगर स्थित समाधि स्थल पर 15 मई को शाम 6 से 7 बजे तक सर्वधर्म प्रार्थना सभा का आयोजन होगा। इसमें राज्यपाल कल्याण सिंह , मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे समेत कई राजनीतिक, प्रशासनिक और न्यायिक अधिकारी तथा शेखावत के प्रशंसक मौजूद रहेंगे। वहीं विधानसभा में सुबह साढ़े दस बजे श्रद्धांजलि सभा होगी। इसके अलावा शेखावत के दोहित्र अभिमन्यु सिंह राजवी की ओर से चलाए जा रहे बाबोसा स्मृति अभियान 2018 के तहत भी प्रदेश में कई जगह श्रद्धांजलि सभाओं का आयोजन होगा।
 

शेखावत की राजनीतिक विरासत बढ़ाने का काम राजस्थानियों का
राजवी ने कहा कि शेखावत की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाने का जिम्मा, जितना उनका है, उससे कहीं अधिक राजस्थानियों और भाजपा का है। शेखावत एक ऐसी शख्सियत थे, जिनके साथ सभी धर्म और जाति के लोग एक जाजम पर बैठ जाते थे।
 

आइए जानिए शेखावत के जीवन के बारे में
भैरोसिंह शेखावत का जन्म सीकर जिले के खाचिरयावास गांव में 23 अक्टूबर 1923 को हुआ था। वे तीन बार राजस्थान के मुख्यमंत्री और एक बार देश के उपराष्ट्रपति चुने गए। उनका राजनीतिक जीवन 1952 में रामगढ़ से पहली बार विधानसभा चुनाव जीतने से शुरू हुआ। 1977 में राजस्थान में पहले गैर कांग्रेसी मुख्यमंत्री बने। इसके बाद वे 1990 और 1993 में फिर से मुख्यमंत्री बने। जबकि 2002 में उन्हें देश का उपराष्ट्रपति चुना गया।

Hindi News / Jaipur / राजस्थान के इस दिग्गज नेता के सम्मान में जारी होगा डाक टिकट, शख्सियत ऐसी कि सभी धर्म और जाति के लोग देते थे सम्मान

Copyright © 2025 Patrika Group. All Rights Reserved.