दिवगंत उपराष्ट्रपति भैरोसिंह शेखावत की आठवीं पुण्य तिथि के अवसर पर विद्याधर नगर स्थित समाधि स्थल पर 15 मई को शाम 6 से 7 बजे तक सर्वधर्म प्रार्थना सभा का आयोजन होगा। इसमें राज्यपाल कल्याण सिंह , मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे समेत कई राजनीतिक, प्रशासनिक और न्यायिक अधिकारी तथा शेखावत के प्रशंसक मौजूद रहेंगे। वहीं विधानसभा में सुबह साढ़े दस बजे श्रद्धांजलि सभा होगी। इसके अलावा शेखावत के दोहित्र अभिमन्यु सिंह राजवी की ओर से चलाए जा रहे बाबोसा स्मृति अभियान 2018 के तहत भी प्रदेश में कई जगह श्रद्धांजलि सभाओं का आयोजन होगा।
राजवी ने कहा कि शेखावत की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाने का जिम्मा, जितना उनका है, उससे कहीं अधिक राजस्थानियों और भाजपा का है। शेखावत एक ऐसी शख्सियत थे, जिनके साथ सभी धर्म और जाति के लोग एक जाजम पर बैठ जाते थे।
भैरोसिंह शेखावत का जन्म सीकर जिले के खाचिरयावास गांव में 23 अक्टूबर 1923 को हुआ था। वे तीन बार राजस्थान के मुख्यमंत्री और एक बार देश के उपराष्ट्रपति चुने गए। उनका राजनीतिक जीवन 1952 में रामगढ़ से पहली बार विधानसभा चुनाव जीतने से शुरू हुआ। 1977 में राजस्थान में पहले गैर कांग्रेसी मुख्यमंत्री बने। इसके बाद वे 1990 और 1993 में फिर से मुख्यमंत्री बने। जबकि 2002 में उन्हें देश का उपराष्ट्रपति चुना गया।