यह भी पढें : जयपुर एक बार फिर शर्मसार, भाजपा कांग्रेस पार्षदों के बीच जमकर चले लात घूंसे, देखें वीडियो महिला की आंखों से आंसू बह रहे थे और वह उधर से गुजरने वाले हर व्यक्ति के हाथ जोड़ती और कहती मेरे बेटों की दुकान को बचा लो। महिला के पास जाकर पूछा तो उसने अपना नाम फूली देवी बताया। आंखों से निकले आंसू और रुंधन भरे गले से वह एक ही बात बोल रही थी मेरे बेटे बेरोजगार हो गए। सभी तीन दिन से गोलियां ले रहे हैं। इसी बीच वृद्धा का तीसरे नंबर का बेटा प्रीतम वहां आ गया और घर चलने को बोला, लेकिन वह नहीं मानी।
यह भी पढें : शादी के तीन महीने बाद ही नई नवेली दुल्हन फंदे से झूली परिवार की आमदनी का एकमात्र जरिया फूली देवी के चार बेटे सत्यनारायण, राकेश, प्रीतम और सुरेन्द्र हैं। चारों बेटे इसी दुकान पर बैठते थे। परिवार की आमदनी का एकमात्र साधन थी दुकान। ऐसे में अब परिवार के सामन?
रोजगार र का संकट आ गया। यह परिवार पहले जालूपुरा में रहता था और वहां से घर बेचकर यहां आया था।
यह भी पढें : राहत की खबर : जयपुरिया में एमआरआई जांच शुरू, छह माह में कैथ लैब भी ट्रैफिक किया बंद शुक्रवार को कार्रवाई शुरू करने से पहले ही गोपालपुरा मोड़ से रिद्धि-सिद्धि की ओर आने और जाने वाले मार्ग को बंद कर दिया गया। गुरुवार को जहां त्रिवेणी पुलिया की सर्विस लेन से वाहन गुजर रहे थे, शुक्रवार को वहां भी रास्ता बंद कर दिया गया। पुलिस ने राहगीर को भी नहीं रुकने दिया।