आमेर किले के पीछे स्थित इस यह ऐतिहासिक जगह पहाड़ों की खोह में बनी हुई है। यहां पर कई फिल्मों की शूटिंग भी हुई है। इसे पानी का विशाल टांका या सागर झील भी कहा जाता है। महल और झील के बीच एक छोटी पहाड़ी भी है जहां से कच्चा रास्ता जयगढ़ किले की ओर और दूसरा रास्ता आमेर किले की ओर जाता है। ट्रेकर्स को यह जगह खूब भाती है। सबसे अच्छी बात ये है कि यहां तक पहुंचने के लिए किसी तरह का कोई शुल्क नहीं देना होता है। झील के नजदीक बनी दीवारों पर स्थित मचानों से पूरे आमेर को देखा जा सकता है। आमेर रियासत के समय इसी झील से पानी की सप्लाई होती थी जिसे रियासत के लोग पीने के काम में लेते थे।
लेकिन इस झील पर फिलहाल पुलिस का पहरा लगा दिया गया है। कारण है कि जयपुर और प्रदेश भर में पानी में डूबने और जरा सी लापरवाही के कारण करीब चालीस से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं। अकेली दस मौतें तो पिछले चार से पांच दिन में जयपुर में ही हो चुकी हैं।