1995 में छापरवाड़ा बांध आखिरी बार लबालब हुआ था। इसके बाद अब यह बांध फिर से भरने की स्थिति में है। इस बांध से सिंचाई के अलावा क्षेत्र में पेयजल की समस्या भी दूर होगी। छापरवाड़ा बांध के लबालब होने से क्षेत्र के किसानों को सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी मिल सकेगा। इससे कृषि उत्पादन में वृद्धि होगी और किसानों की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। उधर बांध की सुरक्षा को लेकर सिंचाई विभाग और पुलिस प्रशासन अलर्ट मोड पर है। बांध के आसपास सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है।