दरअसल, मेट्रो की तर्ज पर जेसीटीएसएल ट्रेवल कार्ड की सुविधा देने जा रहा है। हालांकि, दोनों सुविधाएं अभी पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर ही शुरू की जाएंगी। जेसीटीएसएल पायलट प्रोजेक्ट के दौरान 500 कार्ड यात्रियों को देगा। एक महीने तक इन दोनों व्यवस्थाओं में कमियों व खूबियों को देखा जाएगा। बाद में कमियों को दूर कर इसे लागू किया जाएगा।
कर सकेंगे कार्ड रिचार्ज
ट्रैवल कार्ड को ऐप के माध्यम से रिचार्ज भी किया जा सकेगा। वहीं जिनके पास ऐप नहीं हैं, वे भी ट्रैवल कार्ड का इस्तेमाल कर सकेंगे। ट्रैवल कार्ड से बस में टिकट बुक करवाते समय उसे कंडक्टर के पास मौजूद इलेक्ट्रिक टिकटिंग मशीन पर स्वैप करवाना होगा। स्वैप करने पर कार्ड से पैसे कट जाएंगे और टिकट यात्री को मिल जाएगा।
ऐप में यात्री को कहां से कहां जाना है, यह चुनना होगा। इसके बाद वह आस-पास के तीन बस स्टॉप दिखाएगा। इन तीन स्टॉप पर संबंधित रूट के लिए कहां से बस आ रही है और कितनी देर में पहुंचेगी, यह भी देख सकेंगे। 50 फीसदी लो-फ्लोर व मिडी बसों में जीपीएस लग गया है। शेष में जल्द लगाने की तैयारी है। ट्रेवल कार्ड को यूपीआइ आइडी से रिचार्ज कर सकेंगे, जो कि ऐप फिलहाल एंड्राइड फोन में ही चलेगा।
पूजा ने 7 लाख रुपए की सोने की चेन लौटाई, ईमानदारी का कायल होकर दिए एक लाख
पायलट प्रोजेक्ट शुरू
अभी पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया जा रहा है। शुरुआत में 500 कार्ड दिए जाएंगे। इस सिस्टम के बाद यात्रियों को स्टॉप पर बसों का इंतजार नहीं करना होगा। वे ऐप में ही बस की लोकेशन देख सकेंगे।
– अजिताभ शर्मा, सीएमडी, जेसीटीएसएल