दोनों विभाग शिफ्ट किए जाएंगे
इस टावर में कार्डियक रोगों से जुड़े दोनों विभाग शिफ्ट किए जाएंगे। अभी ये दोनों विभाग अस्पताल के बांगड़ परिसर में संचालित हो रहे हैं। इनके बांगड़ से जाने के बाद यहां रिक्त होने वाले स्थान को किसी अन्य स्पेशिलिटी को उपलब्ध करवाया जाएगा। यह भी पढ़ें – रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का राजस्थान से वादा, जल्द मिल सकती है वंदे भारत मेट्रो और वंदे स्लीपर की सुविधा कार्डियक और कार्डियोथोरेसिक सर्जरी विभाग को 190 बेड आवंटित
टावर शुरू होने से मरीजों को विश्वस्तरीय सुविधाएं मिलेंगी। इसकी अनुमानित लागत करीब 54 करोड़ रुपए है। यहां 24 घंटे डेडिकेटेड इमरजेंसी संचालित होगी। इसमें 190 बेड कार्डियक और कार्डियोथोरेसिक सर्जरी विभाग को आवंटित किए गए हैं।
सिविल वर्क अगस्त माह तक पूरा करने का लक्ष्य – डॉ.दीपक माहेश्वरी
राजस्थान के सवाईमानसिंह मेडिकल कॉलेज प्राचार्य एवं नियंत्रक डॉ.दीपक माहेश्वरी ने बताया कि सिविल वर्क अगस्त माह तक पूरा करने का लक्ष्य है। हम इससे पहले ही मशीनरी स्थापित करने का काम अगले 15 दिन में शुरू करने की कोशिश कर रहे हैं। प्रयास है कि सितंबर या अक्टूबर तक इस टावर में एक छत के नीचे दिल के रोगियों का इलाज शुरू हो जाए।