पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की जयंती पर दिल्ली के जवाहर भवन में 25वां राजीव गांधी राष्ट्रीय सद्भावना पुरस्कार राजस्थान के गौरव बनस्थली विद्यापीठ को दिया गया। कांग्रेस संसदीय दल अध्यक्ष सोनिया गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की मौजूदगी में बनस्थली विद्यापीठ संस्था के सिद्धार्थ शास्त्री को यह पुरस्कार दिया गया। यह पुरस्कार पूर्व उपराष्ट्रपति मो. हामिद अंसारी ने प्रदान किया। ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ की स्वर्ण जयंती के मौके पर 1992 में स्थापित यह पुरस्कार शांति, सांप्रदायिक सद्भाव और राष्ट्रीय एकता के लिए विशेष योगदान के लिए किसी व्यक्ति या संस्था को दिया जाता है। इस पुरस्कार के तहत 10 लाख रुपए की नकद राशि और एक प्रशस्ति पत्र दिया जाता है। यह पुरस्कार पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की जयंती पर दिया जाता है।
राजीव गांधी ने महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए हमेशा किया काम – सोनिया गांधीइस अवसर पर सोनिया गांधी ने कहा पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए हमेशा काम किया। पंचायतों और नगर निगमों में महिलाओं को आरक्षण दिया। अगर, आज 15 लाख से अधिक निर्वाचित महिला प्रतिनिधि ग्रामीण और शहरी निकायों में हैं तो यह राजीव गांधी की मेहनत और दूरदर्शिता का परिणाम है।
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कांग्रेस की नई CWC कमेटी का एलान, राजस्थान कांग्रेस से सचिन पायलट को किया गया शामिलबनस्थली विद्यापीठ के बारे में जानेंबनस्थली विद्यापीठ नारी शिक्षा का एक प्रमुख राष्ट्रीय संस्था है। देश ही नहीं विदेशों में भी इसकी ख्याति है। राजस्थान के पूर्व सीएम हीरालाल शास्त्री ने बनस्थली विद्यापीठ की स्थापना की थी। वर्ष 1929 में हीरालाल शास्त्री ने बन्थली (बनस्थली) नामक गांव में जीवन कुटीर की स्थापना की। इसके बाद 6 अक्टूबर 1935 को बनस्थली विद्यापीठ की शुरुआत की गई थी। बनस्थली विद्यापीठ 850 एकड़ में फैली है। 1943 में इसका नाम ‘बनस्थली यूनिवर्सिटी’ पड़ा। 1983 में UGC ने इस यूनिवर्सिटी को डीम्ड यूनिवर्सिटी का दर्जा दिया। इसके साथ ही यह यूनिवर्सिटी ए ग्रेड से NAAC एक्रिडिटेड भी है।
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