राजस्थान स्टेट हैल्थ एश्योरेंस एजेंसी की मुख्य कार्यकारी अधिकारी अरुणा राजौरिया ने बताया कि कोरोना की उच्च लहर के समय चिरंजीवी योजना के लाभार्थियों से अस्पतालों में पैसा लेने की शिकायतें मिली, उन्हें अब पैसे रिफंड करने की कार्यवाही की जा रही है। योजना की शुरुआत होने और गाइडलाइन के बारे में कई अस्पतालों को उचित जानकारी नहीं होने के कारण यह स्थिति बनी थी। अब सभी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। प्रत्येक जिले में ऐसी शिकायतों की सुनवाई कर लाभार्थियों को उनके पैसे वापस दिलाए जाएंगे। योजना में पंजीकृत मरीजों से वसूली गई समस्त राशि योजना के पैकेज एवं उनमें शामिल सुविधाओं के अनुसार रिफंड की जाएगी। संबंधित अस्पताल इस राशि का रिफंड मरीज के बैंक खाते में करेंगे।
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पैकेज के अतिरिक्त इलाज, तो नहीं मिलेगा रिफंड
राजौरिया ने बताया कि मरीज ने योजना के निर्धारित पैकेज के अतिरिक्त उपचार लिया है तो उक्त राशि रिफंड नहीं होगी। उक्त प्रावधान योजना में कोरोना के उपचार के लिए सम्बद्ध निजी अस्पतालों में भर्ती सभी मरीजों पर लागू होगा। चाहे मरीज ने अस्पताल में भर्ती होने के बाद डिस्चार्ज से पूर्व कभी भी योजना के तहत अपनी पात्रता बताई हो।