असल में 2023 में इसके लिए टेंडर भी जारी हो गया था लेकिन टेंडर लेने के लिए फर्म ने इरकॉन कंपनी का फर्जी कार्य पूर्णता प्रमाण पत्र लगाया था। मामला उजागर हुआ तो इस टेंडर को निरस्त कर दिया और तब से इस प्रोजेक्ट पर कोई काम नहीं हुआ है। बता दें कि बीसलपुर बांध राजधानी जयपुर समेत अजमेर और टोंक जिले के लिए पेयजल की लाइफलाइन कहलाता है।