माही बांध में 40 साल में 26वीं बार गेट खोले गए हैं। बांध वर्ष 1984 में बनकर पूरा हो गया था। इसके बाद 25 बार अब तक गेट खोले जा चुके हैं। बांध का 26वीं बार गेट 3 सितम्बर को शाम चार बजे खोले गए। गेट एक-एक मीटर तक खोले गए हैं। वर्ष 2023 में भी बांध के गेट खोले गए थे।
माही डेम में पिछले नौ दिन में करीब पांच मीटर तक पानी आ चुका है। पिछले पांच-छह दिनों की बात की जाए तो बांध में रोजाना 25 से 30 सेंटीमीटर पानी की आवक हो रही है। इस समय भी एमपी के माही बांध के गेट खोलकर बांसवाड़ा के माही बांध की तरफ पानी छोड़ा गया है। पानी की तेज आवक के कारण मंगलवार को अचानक गेट खोलने का निर्णय किया गया। हालांकि माही बांध से जुड़े अधिकारियों ने सेामवार को बांध के सभी 16 गेटों का निरीक्षण कर लिया था।
माही परियोजना के अधीक्षण अभियंता प्रकाश चंद रैगर ने प्रेस नोट जारी कर बताया कि माही बजाज सागर बांध का कुल जल स्तर 281.50 मीटर है। तीन सितम्बर को दोपहर दो बजे तक बांध में 280.30 आरएल मीटर पानी होने की संभावना है। बांध के केचमेंट एरिया में वर्षा और मध्यप्रदेश स्थित माही मुख्य बांध से हो रही पानी की आवक को ध्यान में रखते हुए तीन सितम्बर को शाम चार बजे चार गेट खोलकर 25000 क्यूसेक अतिरिक्त पानी की निकासी माही नदी में की जाएगी।
-40 साल में 26 वीं बार छलका माही डेम
-माही डेम के चार गेट एक-एक मीटर खोले
-गेट खोलने से पहले माही डेम पर बने माही माता की पूजा की गई।
-बांध खोलने से पहले सायरन बजाए गए। तीन सायरन बजाए हैं। ये सायरन माही डैम, बेणेश्वर के संगम और पीपलखूंट में लगे हैं।
-सायरन बजाकर नदी के किनारे बसे लोगों को अलर्ट किया गया। ताकि वे नदी के बहाव क्षेत्र के नजदीक नहीं आएं।
-बांध में कुल 16 गेट हैं।
-बांध का जलस्तर तीन सितम्बर को शाम चार बजे 280.40 आरएल मीटर हो चुका है।
-बांध की भराव क्षमता 281.50 आरएल मीटर है।
-बांध के सभी गेट खोलने का सिस्टम इलेक्ट्रिक बना हुआ है।
-एक गेट अधिकतम 12.50 मीटर तक खोल सकते हैं।