गुजरात विधानसभा चुनाव का वरिष्ठ ऑब्जर्वर बनने के के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का यह पहला गुजरात दौरा है। इससे पहले भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत चुनावी तैयारियों के लिए गुजरात जाने वाले थे लेकिन उनका दौरा दोनों बार रद्द हो गया था।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आज आज से अपने तीन दिवसीय गुजरात दौरे के दौरान सूरत राजकोट वडोदरा और अहमदाबाद में पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं की बैठकर लेकर चुनावी तैयारियों पर मंथन करेंगे।
ये रहेगा मुख्यमंत्री गहलोत का तीन दिवसीय दौरा
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आज सुबह 11:30 बजे जयपुर से सूरत पहुंचेंगे, जहां मुख्यमंत्री गहलोत 11 बजे दक्षिणी गुजरात के प्रमुख कांग्रेस नेताओं की बैठक लेकर चुनावी फीडबैक लेंगे। इसके बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आज शाम 5 बजे राजकोट में सौराष्ट्र जोन के प्रमुख कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं की बैठक लेंगे।
17 अगस्त को सुबह 11 बजे मुख्यमंत्री गहलोत वडोदरा में सेंट्रल गुजरात के प्रमुख नेताओं और कार्यकर्ताओं की बैठक लेकर चुनावी रणनीति बनाएंगे और शाम 4:30 बजे नोर्थ गुजरात के प्रमुख कार्यकर्ताओं और पार्टी नेताओं की बैठक लेकर उन्हें चुनावी टास्क देंगे।
18 अगस्त को सुबह 11:30 बजे मुख्यमंत्री गहलोत अहमदाबाद में मीडिया से रूबरू होंगे। इसके बाद शाम 4 बजे गहलोत पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं के साथ चुनावी घोषणा पत्र पर चर्चा करेंगे और उसके बाद शाम 7:30 बजे जयपुर के लिए रवाना हो जाएंगे।
अंदरुनी गुटबाजी खत्म करने का प्रयास करेंगे सीएम गहलोत
विश्वस्त सूत्रों की माने तो गुजरात कांग्रेस के विधानसभा चुनाव में भले ही अभी तकरीबन4 महीने का समय हो लेकिन अभी भी गुजरात कांग्रेस में अंदरूनी गुटबाजी हावी है। प्रदेश प्रभारी रघु शर्मा अंदरूनी गुटबाजी को खत्म करने में नाकाम साबित हुए हैं। गुटबाजी के चलते हार्दिक पटेल सहित कई नेता कांग्रेस छोड़कर दूसरे पार्टियों का दामन थाम चुके हैं।
यही वजह है कि अब अंदरूनी गुटबाजी को खत्म करने का जिम्मा भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को दिया गया है, जहां मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सभी नेताओं के बीच सामंजस्य बनाकर एकजुटता के साथ चुनावी राजनीति बनाएंगे। बताया जाता है कि गुजरात विधानसभा चुनाव संपन्न होने तक मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के दौरे लगातार होंगे, जहां मुख्यमंत्री गहलोत चुनावी रणनीति के साथ साथ चुनावी कैंपेन की कमान भी अपने हाथों में रखेंगे।
गुजरात में चुनावी कौशल दिखा चुके हैं गहलोत
गुजरात कांग्रेस के नेताओं के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ मधुर संबंध हैं। चूंकि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत साल 2016 में गुजरात कांग्रेस के प्रभारी रह चुके हैं और 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की देखरेख में ही हुए हैं जहां पर लंबे समय के बाद कांग्रेस पार्टी ने करीब 80 सीटें जीतने में कामयाब हुई थी।
13 मंत्री और 10 विधायकों भी गुजरात चुनाव में ड्यूटी
वहीं कांग्रेस आलाकमान ने गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए गुजरात के 22 विधानसभा क्षेत्रों में राजस्थान कांग्रेस के 13 मंत्री और 10 विधायकों भी पर्यवेक्षक लगाया है। मुख्यमंत्री गहलोत के बाद पर्यवेक्षक लगाए गए मंत्रियों और विधायकों के दौरे भी जल्द शुरू होने वाले हैं, जहां पर प्रत्याशी चयन के लिए विधानसभा क्षेत्रों में जाकर रायशुमारी करेंगे और संभावित नामों के पैनल बनाकर आलाकमान को सौंपेंगे।
जिन विधायकों और मंत्रियों को गुजरात में पर्यवेक्षक लगाया गया है उनमें साले मोहम्मद, रामलाल जाट, उदयलाल आंजना, शकुंतला रावत, बी डी कल्ला, महेंद्रजीत सिंह मालवीय, गोविंद राम मेघवाल जैसे बड़े चेहरे भी शामिल हैं तो वहीं विधायक राजकुमार शर्मा, अशोक बैरवा, अशोक चांदना, ताराचंद भगोरा, अर्जुन बामणिया जैसे बड़े चेहरे भी पर्यवेक्षक बनाए गए हैं।
वीडियो देखेंः- गुजरात और हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर एक्शन में कांग्रेस