गहलोत सरकार में अब एक मंत्री और एक सीनियर विधायक के बीच तनातनी का मामला तूल पकड़े हुए हैं।मामला सड़क निर्माण में गुणवत्ता से जुड़ा हुआ है जिसमें सार्वजनिक निर्माण विभाग मंत्री भजन लाल जाटव और विधायक जोगिन्दर सिंह अवाना आमने-सामने हैं। वहीं दोनों नेताओं के बीच चल रहे आरोप-प्रत्यारोपों के बीच मंत्री ने किसी का नाम लिए बगैर विरोधियों पर निशाना साधते हुए उनके खिलाफ साजिश दिए जाने का भी ज़िक्र किया है।
दरअसल, सड़क निर्माण की गुणवत्ता में आई शिकायत पर जहां मंत्री अपने विभाग के बचाव में उतरे हुए हैं, तो वहीं विधायक ने मंत्री की ‘सफाई’ को पूरी तरह से निराधार बताते हुए उनके खिलाफ मोर्चा खोलने के संकेत दे दिए हैं। गौरतलब है कि विधायक अवाना को गहलोत सरकार में हालिया हुई राजनीतिक नियुक्तियों के तहत देवनारायण बोर्ड का अध्यक्ष बनाया गया है।
मैंने जांच करवाई, सड़क गुणवत्ता सही: जाटव
सार्वजनिक निर्माण मंत्री भजन लाल जाटव ने कहा है कि जिस सड़क मार्ग की गुणवत्ता खराब होने की शिकायतें की जा रही हैं, वो पूरी तरह से दुरुस्त है। शिकायत आने के बाद जांच करवाई गई है उसमें गुणवत्ता सही पाई गई है। हालांकि मंत्री ने ये भी कहा कि जिन कामों की विधायक शिकायत कर रहे हैं, संवेदक को पूर्व में ही नोटिस जारी किया हुआ है और उन कामों का विभाग ने भुगतान भी नहीं किया है।
‘दलित गरीब नेता मंत्री क्यों बना, यही शिकायत’
सड़क गुणवत्ता को लेकर चल रही बयानबाज़ी के बीच मंत्री जाटव ने एक बड़ा बयान दे डाला है। उन्होंने किसी का नाम लिए बगैर विरोधियों पर आरोप लगाए। उन्होंने कहा, ‘मैंने जीवन मे संघर्ष किया ,दलित गरीब परिवार से आता हूं। मेरे पीडब्लूडी मंत्री बनने से कुछ लोगों को शिकायत, वो इसको पचा नहीं पा रहे हैं कि एक दलित गरीब नेता को सीएम ने इतना महत्वपूर्ण महकमा क्यों दिया? इसलिए वो मेरे खिलाफ बयान देते रहते हैं, मेरी उनको शुभकामनाएं।’
मंत्री भजनलाल जाटव ने अपने बयान में ये भी कहा है कि मैं तो तीन महीने पहले इस विभाग का मंत्री बना हूं, कामकाज में सुधार जारी है। लेकिन विधायक माहौल बनाकर मुझे घेरने की कोशिश कर रहे हैं।
करोड़ों रूपए का भ्रष्टाचार हुआ है : अवाना
इधर, मंत्री महकमें को घेरने वाले वरिष्ठ विधायक जोगेंद्र सिंह अवाना ने मंत्री के बयान के बाद पलटवार किया। अवाना ने कहा कि पीडब्ल्यूडी मंत्री को भले ही हलैना-नदबई-नगर सड़क की गुणवत्ता से आपत्ति नहीं है, लेकिन मुझे और मेरे सम्मानित क्षेत्रवासियो को और आपके विभाग के क्वालिटी कन्ट्रोल के अधिकारियों व राजस्थान के PWD हैड संजीव माथुर को आपत्ति है।
अवाना ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निर्देश पर जाँच हुई है, क्योंकि ये करोड़ों रुपए की नियम विरूद्ध ठेकेदारों को कराई कई पेमेंट जनता की गाढ़ी कमाई है।आप मीडिया में बोलने से पहले उच्च अधिकारियों से फीडबैक लेकर बोलते तो अच्छा लगता, क्योंकि संबंधित ठेकेदारों व अधिकारियों को नोटिस आपके विभाग के मुखिया चीफ़ इंजीनियर ने ही भेजा है और कोर कटिंग की रिपोर्ट में व्यापक गड़बड़ी मिली है, जिसे आप अच्छी सड़क बता रहे है।
”अब रण होगा, संघर्ष भीषण होगा”
विधायक जोगेंद्र सिंह अवाना ने एक ट्वीट प्रतिक्रिया में एक शायराना अंदाज़ से मंत्री पर निशाना साधा। उन्होंने लिखा, ‘याचना नहीं, अब रण होगा, संघर्ष बड़ा भीषण होगा। दुर्योधन दृश्य विकट होगा, रण में अब काल प्रकट होगा। महारथी वीर चिल्लाएंगे, फिर भी कोलाहल रोक ना पाएंगे।