इसके बाद करीब 400 मीटर के इलाके में धमाके के साथ आग फैल गई। हादसे में खबर लिखे जाने तक 8 लोगों की मौत हो गई। वहीं कई अन्य गंभीर घायल बताए जा रहे हैं।
हो सकता था बड़ा हादसा
ये भीषण हादसा बेहद संवेदनशील क्षेत्र में हुआ था। आस-पास कुल तीन पेट्रोल पंप थे। इसमें एक सीएनजी पंप भी था। वहीं सामने की तरफ एक निजी स्कूल भी था। ऐसे में दो संभावनाएं बन सकतीं थीं। दरअसल अगर आग सीएनजी पेट्रोल पंप तक पहुंच जाती तो हादसा और विकराल रूप ले सकता था। वहीं अगर ये हादसा स्कूल खुलने के वक्त हुआ होता तो घायलों और मृतकों की संख्या में बड़ा इजाफा हो सकता था। ऐसे में दो बड़े हादसे होने से बच गए।
घायलों में कई गंभीर
वहीं राजस्थान के स्वास्थ्य मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर ने बताया कि हमारे क्रिटिकल बर्न वार्ड में अतिरिक्त 5 बेड बचे खाली हैं। इसके अतिरिक्त हमने 40 बेड का एक और कमरा तैयार किया है। हमारी पुलिस टीम, SP, ADM सभी सक्रिय हैं। SMS अस्पताल आने के लिए हमने ट्रैफिक कॉरिडोर को भी खोल दिया है। उन्होंने कहा कि चिंता की बात ये है कि जो 35 घायल यहां पर हैं उनमें से 50 प्रतिशत लोग अति गंभीर हालत में है। मुख्यमंत्री ने मुझसे व्यवस्थाओं का जायजा लिया। घायल लोग यहां पहुंच चुके हैं, जो घायल लोग यहां भर्ती हैं उनमें से अधिकांश की स्थिति अति गंभीर है।
कई वाहन जलकर हुए खाक
29 ट्रक, एक ऑटो, दो बसें, पांच कारें और तीन बाइक इस हादसे में जलकर खाक हो गए। आग की लपटों ने आसपास के कई सौ मीटर के दायरे में भारी नुकसान पहुंचाया। हाईवे पर चल रहीं कई गाड़ियां आग की चपेट में आ गईं। आग के कारण अर्शीवाद पाइप फैक्ट्री और गोदाम पूरी तरह से जल गए। आसपास की बीस से अधिक दुकानें भी इस आग में राख हो गईं। कई दुकानों की छतें और शटर भी टूट गए।