यह हादसा जोधपुर ग्रामीण इलाके में स्थित शेरगढ़ थाना इलाके में भूंगरा गांव का है। मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ दिलीप कच्छवाहा ने बताया कि ज्यादातर 40 से 70 फीसदी से ज्यादा झुलसे हुए हैं। 90 फीसदी झुलसे लोगों की संख्या 10 है। जो ज्यादा गंभीर हैं। इनमें बच्चे भी शामिल हैं। जबकि दो बच्चों मौत हो चुकी है। फिलहाल सभी का इलाज चल रहा है।
जानकारी के अनुसार शेरगढ़ के भूंगरा निवासी सगत सिंह गोगादेव के पुत्र सुरेंद्र सिंह की गुरुवार को बारात रवाना होने वाली थी। महिलाएं पारंपरिक नेकचार और रस्म कर रही थीं। इस दौरान अचानक एक गैस सिलेंडर फटने से तेज धमाका हुआ। इसके बाद दूसरा सिलेंडर फटा। दो अन्य सिलेंडर ने भी आग पकड़ ली। जिनको पुलिस ने बाहर निकालाण् सिलेंडर फटने से पूरे घर और पंडाल में आग फैल गई।
इस दौरान मौजूद लोग आग की लपटों से घिर गए। इनमें महिलाएं व बच्चे भी शामिल थे। ग्रामीणों ने टैंकर से आग बुझाना शुरू किया। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने बालोतरा जोधपुर से एंबुलेंस भी बुलाई। फायर ब्रिगेड को भी सूचना दी गई। थानाधिकारी देवेंद्र सिंह के अनुसार इस हादसे के घायलों को बालेसर और सेतरावा के अस्पताल भेजा गया जहां से आगे जोधपुर रेफर किया गया। घटना की जानकारी मिलते ही जिला कलेक्टर हिमांशु गुप्ता, ग्रामीण एसपी अनिल कायल घटनास्थल पर पहुंचे। इसके बाद जोधपुर के एमजीएच पहुंचकर व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
इस दौरान आरसीए के अध्यक्ष वैभव गहलोत भी अस्पताल पहुंचकर घायलों से मिले और उपचार के निर्देश दिए। उनके साथ शेरगढ़ विधायक मीना कंवर, शहर विधायक मनीषा पवार, पूर्व विधायक बाबू सिंह, भाजपा के ग्रामीण महामंत्री जसवंत सिंह इंदा भी पहुंचे।
वहीं, महात्मा गांधी अस्पताल ने शेरगढ़ हादसे में झुलसे पीड़ितों की सूची जारी की है। अस्पताल के मुताबिक हादसे में 52 लोग झुलसे हैंण् इनमें 29 महिलाएं और 13 पुरुष हैंण् जबकि 3 बच्चियां और 7 बच्चे भी अस्पताल पहुंचे हैं। इनमें से 2 बच्चों समेत अब तक 5 लोगों की मौत हो चुकी है।