रितिक ने पुलिस को बताया देश और विदेश के कई युवा उसकी गैंग में शामिल हैं। इस मामले में एसआईटी का नेतृत्व कर रहे अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त रामसिंह शेखावत ने बताया कि रितिक बॉक्सर नेपाल में छुपा हुआ था। उसे डर था कि सोशल मीडिया पर पोस्ट अपलोड करने से उसकी लोकेशन पुलिस को पता चल जाएगी। इस कारण उसने एक फॉलोअर के माध्यम से फायरिंग की जिम्मेदारी ली।
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रितिक ने जयराम को ऐसे जोड़ा
रामसिंह शेखावत ने बताया कि रितिक बॉक्सर से पूछताछ के दौरान सामने आया कि जयराम उसकी पोस्ट को लगातार लाइक कर रहा था। रितिक ने जयराम से संपर्क कर गैंग से जोड़ लिया। बाद में जी-क्लब पर फायरिंग करवाने के बाद रितिक ने एक पोस्ट बनाकर जयराम को भेजी और अकाउंट की आईडी और पासवर्ड दिया। उसके बाद जयराम के जरिये रितिक ने यूएस से पोस्ट करवा कर फायरिंग की जिम्मेदारी ली।
रितिक बॉक्सर के गुर्गों को किया चिह्नित
पुलिस आयुक्तालय की ओर से मामले में रितिक बॉक्सर के 200 गुर्गों को चिह्नित किया गया। जिन पर प्रदेश स्तर पर कार्रवाई की जाएगी।