जयपुर

अब कोरोना तोड़ेगा राजस्थान के इस शहर की सदियों पुरानी ये परंपरा

कोरोना वायरस ( Coronavirus ) के प्रकोप के चलते पूरा विश्व हिला हुआ है। इस महामारी ने ऐसा पांव पसरा कि आमजन भी अब एक दूसरे को अपने नजदीक भी नहीं भटकने देना चाहता। इस प्रकोप के बीच ही गणगौर का पर्व आ गया। ऐसे में राज्य सरकार द्वारा जनहित में किए गए लॉकडाउन के चलते इस बार गणगौर पर्व ( Gangaur Festival 2020 ) भी रद्द रहेगा…

जयपुरMar 24, 2020 / 12:47 pm

dinesh

जयपुर। कोरोना वायरस ( Coronavirus ) के प्रकोप के चलते पूरा विश्व हिला हुआ है। इस महामारी ने ऐसा पांव पसरा कि आमजन भी अब एक दूसरे को अपने नजदीक भी नहीं भटकने देना चाहता। इस प्रकोप के बीच ही गणगौर का पर्व आ गया। ऐसे में राज्य सरकार द्वारा जनहित में किए गए लॉकडाउन के चलते इस बार गणगौर पर्व ( Gangaur Festival 2020 ) भी रद्द रहेगा। इस चलते शहर वासियों के साथ ही सैलानियों को प्रदेश की रंगारंग संस्कृति और लोक गीत — संगीत के दर्शन नहीं हो सकेंगे। दरअसल हर वर्ष गणगौर पर्व के दौरान दो दिनों तक सिटी पैलेस से निकलने वाली गणगौर माता की परंपरागत सवारी ( Gangaur Fair in Jaipur ) नहीं निकलेगी। ओएसडी रामू रामदेव के मुताबिक सिटी पैलेस में गणगौर माता की पूजा—अर्चना कर समृद्धि और शांति की कामना की जाएगी।

ईसर—गणगौर बनाकर बेचने वालों के रोजगार पर संकट
जयपुर में लॉकडाउन के चलते परंपरागत तरीके से मिट्टी के ईसर—गणगौर बनाकर बेचने वालों के रोजगार पर भी संकट खड़ा हो गया। जनता कफ्यू इन लोगों को मिटटी के बनाए गए ईसर—गणगौर को अब बचने के लिए भी संघर्ष करना पड़ रहा है।

27 मार्च को मनाया जाएगा गणगौर का पर्व
गणगौर का पर्व 27 मार्च को मनाया जाएगा। इसे लेकर महिलाओं में अपार उत्साह रहता है। श्रृंगार के प्रतीक इस त्योहार में महिलाएं समूह बनाकर गीत गाती है, पूजा-अर्चना करती है और नृत्य करते हुए खुशियां मनाती हैं। साथ ही शिव-पार्वती की तरह अपने दांपत्य जीवन को खुशहाल बनाने की कामना करती हैं।

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