एसओजी के डीआइजी परिस देशमुख ने बताया कि डेढ़ वर्ष में आयोजित हुईं परीक्षाओं में गिरोह की ओर से नकल करवाने के मामले सामने आने के बाद अब एसओजी की टीम इसकी पुष्टि के लिए जांच कर रही है। गिरफ्तार आरोपियों से गिरोह के अन्य सदस्यों के संबंध में भी पूछताछ की जा रही है। राजस्थान लोक सेवा आयोग आरपीएससी) की राजस्व अधिकारी ग्रेड-द्वितीय और अधिशासी अधिकारी वर्ग-फॉर्थ स्वायत्त शासन विभाग प्रतियोगी परीक्षा-2022 में ब्लूटूथ के माध्यम से नकल कराने के मामले में एसओजी ने 11 अभ्यर्थियों समेत 17 आरोपियों को गिरफ्तार किया था। सभी आरोपी 25 अक्टूबर तक एसओजी की रिमांड पर हैं।
एसओजी ने इनको किया गिरफ्तार
अभ्यर्थियों में चूरू के रतनगढ़ निवासी बबीता, बीकानेर के जसरासर निवासी बबीता बिश्नोई, नागौर के कुचेरा निवासी रामसिंह, ओमप्रकाश, सुनील जाखड़, खाजूवाला निवासी राजाराम, नापासर निवासी ओमप्रकाश, मुतानंद नगर निवासी प्रेमचंद ज्याणी, बीकानेर स्थित सर्वोदय बस्ती निवासी अमीलाल बिश्नोई, करणीसर निवासी अनिल सारण, जोधपुर के बनाड़ निवासी भावना कालेर को गिरफ्तार किया। इसके अलावा गिरोह के चूरू के छापर हाल भांकरोटा स्थित जयसिंहपुरा निवासी तुलछाराम, नागौर के कुचेरा निवासी रामलाल, देशनोक निवासी निरमा मंडा, बीकानेर स्थित मुताप्रसाद नगर निवासी कमलकांत, नागौर के मूंडवा निवासी लिलिपाल व बीकानेर के पांचू निवासी सुनील धायल को गिरफ्तार किया।