सुबह से लेकर रात तक करीब एक लाख श्रद्धालुओं ने मोदक झांकी के दर्शन किए। झांकी में 251 किलो के दो मोदक आकर्षण का केन्द्र रहे। 51 किलो के पांच, 21 किलो के 21, सवा किलो के किलो 1100 मोदक थाल में सजाकर रखे गए थे। अन्य छोटे मोदक से मंदिर का गर्भगृह सजाया।
इस मौके पर भगवान फूलों के झरोखे में विराजमान रहे। महंत ने बताया कि भगवान को माणक और पन्ना युक्त विशेष मुकुट धारण कराया गया। गर्भगृह के स्वर्णिम आवरण के बीच पीले मोदकों की झांकी बहुत ही मनोरम नजर आई। शाम को भक्तों को प्रसादी वितरित की।
गुरूवार को पंचामृत अभिषेक होगा। इसके बाद ध्वज पूजन कर मंदिर शिखर पर नवीन ध्वज फहराया जाएगा। 26 से 29 अगस्त तक ध्रुपद, कथक नृत्य और भजन संध्या कार्यक्रम शाम को होंगे।