इन देशों से आए हैं डेलीगेट्स
बैठक में शामिल होने के लिए अमरीका, ब्रिटेन, चीन, कनाडा, इंडोनेशिया, जापान, यूरोपीय संघ, कोरिया गणराज्य, तुर्किये, सऊदी अरब, फ्रांस, बांग्लादेश, मिस्र, नीदरलैंड, ओमान, सिंगापुर और संयुक्त अरब अमीरात के व्यापार मंत्री भाग लेने आये हुए हैं।
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5 मुद्दों पर रहेगा फोकस
– विकास एवं समृद्धि के लिए व्यापार
– गतिशील व्यापार एवं वैश्विक मूल्य श्रृंखला
– विश्व व्यापार में सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उद्यमों-एमएसएमई
– व्यापार के लिए लॉजिस्टिक्स
– विश्व व्यापार संगठन- डब्ल्यूटीओ में सुधार
प्रोटोकॉल के तहत हुई अगवानी
समिट के लिए डेलीगेट्स का जयपुर पहुँचने का सिलसिला बुधवार से ही शुरू हो गया था। सभी वीवीआईपी डेलीगेट्स की जयपुर एयरपोर्ट पर तय प्रोटोकॉल के अनुसार आगवानी की गई। इन सभी के लिए व्यवस्थाएं चाक-चौबंद रखने से लेकर इनकी सुरक्षा के लिए पुलिस और प्रशासन अलर्ट मोड़ पर है।
भारत के लिहाज़ से बहुत महत्वपूर्ण है समिट: पीयूष गोयल
केन्द्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने बुधवार को यहां पत्रकारों से कहा कि भारत अब विकासशील देश और कम विकसित देशों का नेतृत्व कैसे करेगा, वाणिज्य एवं निवेश को कैसे बढ़ावा दिया जाएगा, विकासशील और कम विकसित देशों को कैसे नए मौके दिए जाएंगे जैसे मसलों पर भी चर्चा होगी। वहीं वर्ल्ड ट्रेड ऑर्गेनाइजेशन में परिवर्तन होने से विश्व का व्यापार सरल, पारदर्शी हो और सभी देशों को समान अवसर मिले, इस पर चर्चा करेंगे।
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पीएम मोदी ने जी20 सदस्यों का वर्चुअल रुप से किया स्वागत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जयपुर में जी20 सदस्यों का वर्चुअल रुप से स्वागत किया। एक वीडियो संदेश में प्रधानमंत्री ने कहा कि आज भारत को अवसरों और विकल्पों के रूप में जबकि भारतीय अर्थव्यवस्था को आशावाद और आत्मविश्वास के रुप में देखा जा रहा है। अपने संदेश में प्रधानमंत्री ने आगे कहा, ‘भारत अपने गतिशील और उद्यमशील लोगों के लिए जाना जाता है। पूरे इतिहास में व्यापार ने विचारों, संस्कृतियों और प्रौद्योगिकी के आदान-प्रदान को बढ़ावा दिया है। इसने लोगों को करीब लाकर रख दिया है। व्यापार और वैश्वीकरण ने भी करोड़ों लोगों को अत्यधिक गरीबी से बाहर निकाला है। आज हम भारतीय अर्थव्यवस्था में वैश्विक आशावाद और आत्मविश्वास देखते हैं।’