गहलोत ने अपनी सरकार के कार्यकाल का जिक्र करते हुए बताया कि उन्होंने राजस्थान में उच्च शिक्षा और प्रोफेशनल कोर्सेस के लिए कई नए संस्थान शुरू किए थे। गहलोत ने कहा कि में इन कामों का कोई क्रेडिट नहीं चाहिए। हमें बस प्रदेश के युवाओं के हित से सरोकार है इसलिए इनका उद्घाटन जल्द से जल्द करना चाहिए।
अशोक गहलोत ने लगाए कई आरोप
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि भाजपा सरकार क्रेडिट लेने के लिए हमारी सरकार के कामों को रोक कर बैठी है। राजस्थान में उच्च शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए हमने प्रदेश में नई पीढ़ी के लिए नए अवसर देने के लिए प्रोफेशनल कोर्स वाले संस्थान खोले जिनमें हरिदेव जोशी पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, राजीव गांधी फिनटेक डिजिटल यूनिवर्सिटी, डॉ. भीमराव अंबेडकर विधि विश्वविद्यालय, मारवाड़ मेडिकल यूनिवर्सिटी, महात्मा गांधी इंस्टिट्यूट ऑफ गवर्नेंस एंड सोशल साइंसेज शामिल हैं। परन्तु नई सरकार के आने के बाद इनकी प्रगति पर रोक सी लगा दी है। यह भी पढ़ें
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हरिदेव जोशी विश्वविद्यालय का उठाया मुद्दा
उन्होंने कहा कि हरिदेव जोशी विश्वविद्यालय का नया भवन जयपुर के दहमी कलां में तैयार है परन्तु इसे खासा कोठी से वहां शिफ्ट नहीं किया जा रहा है। विश्वविद्यालय में हमारी सरकार द्वारा शैक्षणिक एवं अशैक्षणिक स्टाफ की भर्ती करने की मंजूरी दी थी परन्तु अभी तक भर्ती नहीं की जा सकी है। यही स्थिति कमोबेश डॉ भीमराव अंबेडकर विधि विश्वविद्यालय की है। यह भी अपने नए भवन की बजाय शिक्षा संकुल से ही संचालित हो रहा है। इन विश्वविद्यालयों को शैक्षणिक आवश्यकताओं के अनुरूप बनाई गई इमारतों में क्यों नहीं शिफ्ट किया जा रहा है? उन्होंने कहा कि जयपुर के JLN मार्ग पर महात्मा गांधी इंस्टिट्यूट ऑफ गवर्नेंस एंड सोशल साइंसेज की इमारत भी तैयार है परन्तु इसका भी उद्घाटन नहीं किया जा रहा है। यह पुणे के टाटा इंस्टिट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज एवं MIT स्कूल ऑफ गवर्नेंस की तर्ज पर बना संस्थान है। इसे भी जल्द से जल्द से शुरुआत की जानी चाहिए।