रेस्टोरेंट और होटल्स, सोशल मीडिया कर रहे हैं प्रचार-प्रसार
इसके लिए रेस्टोरेंट और होटल्स सोशल मीडिया पर देसी खाने से सजी थाली का प्रचार-प्रसार कर रहे हैं। वीकेंड या फिर कोई विशेष दिन, लोग देसी खाना खाने के लिए पहले से ही बुकिंग्स करवा रहे हैं। शहर के रेस्त्रां ऑनर्स का कहना है कि अब लोग होटल्स और रेस्टोरेंट के रूटीन खाने से परेशान हो चुके हैं और वे देसी खाना तलाश रहे हैं। लोगों के बीच इस खाने की प्राथमिकता बढ़ रही है। पिंकसिटी जयपुर के लोगों को देसी खाना इतना पसंद आ रहा है कि वे गांव की खाना बनाने वाली प्रणाली को अपनाने का प्रयास कर रहे हैं। यह भी पढ़ें – राजस्थान में नई टाउनशिप में बच्चों के लिए खेल मैदान अनिवार्य, नहीं तो सरकार नहीं देगी मंजूरी
यंगस्टर्स का बढ़ रहा रुझान
रेस्त्रां ओनर नितेश ने बताया कि गांव के देसी खाने के ट्रेंड के पीछे कई कारण है। स्वास्थ्य और पोषण की देखभाल, स्थानीय और परंपरागत खाने की और रुझान, प्राकृतिक उत्पादों के प्रति बढ़ती चाह। इस ट्रेंड का उपयोगी और सकारात्मक पहलू है, जो लोगों के स्वास्थ्य और भोजन के लिए एक अच्छा विकल्प प्रस्तुत करता है। खासतौर से यूथ का रुझान गांव के देसी खाने की ओर बढ़ रह है। वीकेंड्स पर स्पेशल गांव की देसी थाली के सबसे ज्यादा ऑर्डर आते हैं, जिसमें बाजरे की रोटी, लहसुन की चटनी, मिर्ची के टिपोरे व सब्जी को देसी गुड़ के साथ सर्व किया जा रहा है।स्वास्थ्य के लिए है फायदेमंद, मन को भा रहा है देसी खाना
C स्कीम निवासी फूड लवर दिव्या माहेश्वरी ने बताया कि उन्हें विभिन्न प्रकार का एक्सपेरिमेंटल फूड बेहद पसंद है, लेकिन पिछले कुछ समय से उनका रुझान गांव के आर्गेनिक देसी खाने की ओर बढ़ गया है। उनका कहना है कि यह खाना स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद होता है। वीकेंड पर ढाबे और रेस्त्रां में जाकर वे देसी थाली ऑर्डर करती है। इस खाने की स्पेशल बात यह है कि इसे गांव के अंदाज में ही बनाया जाता है। जिस तरह गांव में सिलबट्टे पर चटनी और चूल्हे की रोटी बनाई जाती है, उसी तरह रेस्त्रां में भी सर्व हो रही है। दिव्या सोशल मीडिया पर व्लॉगस बनाती है और लोगों को देसी खाना खाने के लिए प्रोत्साहित कर रही हैं।![Food Trends are Changing in Big Cities](https://cms.patrika.com/wp-content/uploads/2024/06/New-Food.jpg?w=640)