Wheat Distribution Problem : गेहूं के लिए कतार में खड़े लाभार्थी, फेल हो रहे स्कैनर ने बढ़ाई परेशानी। आईरिस स्कैनर की पोल खुली: प्लास्टिक कवर भी नाकाम, गेहूं के बिना खाली हाथ लौटे लोग।
जयपुर। खाद्य सुरक्षा योजना के तहत लाभार्थियों की आंखों की पुतलियों से सत्यापन के लिए 62 करोड़ रुपए के आईरिस स्कैनर की खरीद में हुए भ्रष्टाचार पर अब विभाग ने प्लास्टिक कवर लगाकर गड़बड़ी को ढंकने की कोशिश की है। परंतु आला अफसरों की यह तरकीब भी कारगर साबित नहीं हो रही है। स्कैनर पर प्लास्टिक कवर लगाने के बाद भी यह धूप में काम नहीं कर रहा। इससे लाभार्थी राशन की दुकानों पर गेहूं के लिए भटक रहे हैं। राशन दुकानों पर लाभार्थियों का बायोमेट्रिक सत्यापन करीब 2 महीने से बंद होने से गेहूं का वितरण ठप है।
धूप में आईरिस स्कैनर फेल हो गए तो विभाग ने इन स्कैनर्स को ढंकने के लिए प्लास्टिक कवर दे दिए। कवर लगाने के बाद भी स्कैनर धूप में काम नहीं कर रहे हैं और लाथार्थी गेहूं के लिए भटक रहे हैं। आला अधिकारी मशीन खरीद में हुए भ्रष्टाचार को दबाने के लिए पूरी कोशिश कर रहे हैं।
डिंपल शर्मा, प्रदेश अध्यक्ष, अखिल भारतीय उचित मूल्य दुकानदार संघ
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