खाद्य सुरक्षा योजना के तहत सरकार ने बढ़ती उम्र के कारण हाथ के अंगूठे घिस जाने पर राशन नहीं मिलने से परेशान 1 लाख से ज्यादा लाभार्थियों को राहत दी है। अब फिंगरप्रिंट से नहीं, आंख की पुतली से सत्यापन होगा। 67 करोड़ रुपए की लागत से 26 हजार से ज्यादा आइरिश स्कैनर खरीदे जा रहे हैं। दिसंबर के पहले सप्ताह में ये स्कैनर राशन की दुकानों पर स्थापित कर दिए जाएंगे। खाद्य विभाग के अधिकारियों ने कहा कि बढ़ती उम्र के साथ अंगूठे की रेखाएं घिसने की समस्या तो है ही। साथ ही पत्थर की खानों में काम करने वाले मजदूरों, खून की कमी से पीड़ित लोगों को इस समस्या का ज्यादा सामना करना पड़ रहा है। राशन की दुकानों पर रिकॉर्ड चैक करने पर सामने आया कि ऐसे भी लाभार्थी थे जिनका अंगूठा घिसने पर एक बार सत्यापन हो गया लेकिन दूसरी बार नहीं हुआ।
फर्म को कार्यादेश जारीआइरिश स्कैनर की खरीद के लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी कर फर्म को दो दिन पहले कार्यादेश भी जारी कर दिया गया है। टेंडर की शर्तों के अनुसार फर्म दिसंबर के पहले सप्ताह में राशन की 26 हजार दुकानों पर आइरिश स्कैनर लगाने का काम शुरू हो जाएगा।
यह भी पढ़ें –
राजस्थान की पहली सोने खान होगी नीलाम, हाईकोर्ट का आदेश
इधर सत्यापन, उधर निकलेगी पर्चीपोस मशीन से लाभार्थी का सत्यापन करने पर 60 सैकंड से ज्यादा का समय लगता है। लेकिन अंगूठा घिस जाने वाले लाभार्थियों का आइरिश स्कैनर से पलक झपकते ही सत्यापन होगा। पुतलियों का आधार डेटा से सत्यापन होगा और मशीन से राशन के गेहूं की पर्ची मिल जाएगी।
यह भी पढ़ें –
Good News : राजस्थान में ग्रीन हाइड्रोजन नीति को Gehlot Cabinet से मिली मंजूरी Hindi News / Jaipur / हाथ के अंगूठे के घिसने से नहीं मिल रहा राशन, सरकार ने निकाला नया तरीका, अब चुटकियों में होगा सत्यापन