प्रदेश में चारे की किल्लत बढ़ती देख सबसे पहले मध्यप्रदेश सरकार ने नकारात्मक कदम उठाए। राजस्थान में एमपी के नहरी क्षेत्र से चारे की भारी आवक होती है। इस बार मध्यप्रदेश सरकार ने इस आवक पर रोक लगा दी। स्थिति यह है कि एमपी बॉर्डर पर राजस्थान आने वाले ट्रकों को पुलिस फोर्स लगाकर रोका जा रहा है। मध्यप्रदेश के राजगढ़ ब्यावरा कलक्टर ने इसके लिए बाकायदा आदेश जारी किए हैं। उनका कहना है कि भविष्य में यहां चारे की कोई किल्लत नहीं हो, इसलिए यहां से अन्य राज्यों में चारे की सप्लाई नहीं की जाएगी।
मध्यप्रदेश सरकार के कदम को देखते हुए पंजाब में चारा माफिया सक्रिय हो गया। किसानों से चारा खरीदा जा रहा है, लेकिन उसे बाजार में बेचा नहीं जा रहा। चारा स्टॉक किया जा रहा है। उनका कहना है कि गत वर्ष सर्दियों में चारे के दामों में जोरदार बढ़ोतरी हुई थी, इसके चलते इस बार सस्ते दामों में नहीं बेचेंगे। ऐसे में पंजाब से भी चारे के ट्रक आना बंद हो गए हैं। अब ुप्रदेश की उपज ही एक मात्र विकल्प रहा है। आवक कम होने से लगातार भाव बढ़ते जा रहे हैं।
चारा सप्लायर का कहना है कि नाकों पर पुलिस और आरटीओ दस्ते एंट्री फीस लेते हैं, इसका भार भी परोक्ष रूप से पशुपालकों पर पड़ता है। सप्लायर एंट्री जोड़कर ही भुगतान लेते हैं। इन लोगों की कहीं सुनवाई भी नहीं होती।