पिछले लोकसभा चुनाव में मतदान करीब 67 फीसदी हुआ, जिसे विधानसभा चुनाव-2023 के 74.62 फीसदी से पार ले जाने के लिए मिशन-75 राज्य निर्वाचन टीम की प्राथमिकता है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने शत-प्रतिशत व शांतिपूर्ण मतदान के लिए रविवार को राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि, जिलों के निर्वाचन अधिकारी व पुलिस अधीक्षकों की बैठक ली, वहीं प्रदेशभर में लगातार दूसरे रविवार को मतदाताओं को बूथ तक लाने का प्रयास हुआ।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी गुप्ता ने रविवार को यहां मीडिया से संवाद के दौरान बताया कि आओ बूथ चलो अभियान व वीएचए ऐप सहित अन्य प्रयासों के माध्यम से शत प्रतिशत मतदान का लक्ष्य है, जिसके लिए 1950 टोल फ्री नंबर भी है। विशेष योग्यजन तथा 85 साल से अधिक आयु वालों का मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए होम वोटिंग सहित अन्य प्रयास किए जा रहे हैं, वहीं लोगों को लंबी कतार से बचाने के लिए मतदान केन्द्र परिसर में 1095 सहायक मतदान केन्द्र बनाए गए हैं। इसके अलावा महिला, युवा व विशेष योग्यजनों के लिए उनके द्वारा ही संचालित विशेष मतदान केन्द्र भी बनाए जाएंगे।
आधे से ज्यादा मतदाता 18 से 39 वर्ष के
उन्होंने बताया कि लोकसभा चुनाव के लिए 52 प्रतिशत मतदाता 18 से 39 साल के हैं, जिनमें से 18 से 19 साल आयु के 16.03 लाख मतदाता पहली बार मतदान करेंगे। इसी तरह 5.74 लाख मतदाता 85 साल से अधिक आयु के हैं और उनमें से 100 साल से ऊपर के 19,980 हैं।
प्रति विधानसभा क्षेत्र चुनाव खर्च डेढ़ करोड़
चुनाव पर प्रति विधानसभा क्षेत्र डेढ़ करोड़ रुपए खर्च होता है और हर लोकसभा क्षेत्र में 8 विधानसभा क्षेत्र होते हैं। इसके अलावा हर लोकसभा क्षेत्र के लिए प्रत्येक प्रत्याशी को 95 लाख रुपए तक खर्च करने की छूट है। उन्होंने स्पष्ट किया कि आचार संहिता लगने से पहले प्रत्याशियों द्वारा किया गया खर्च 95 लाख रुपए में शामिल नहीं होगा।
चिन्हित होंगे अति संवेदनशील क्षेत्र
उन्होंने कहा कि अतिसंवेदनशील क्षेत्र सात मानकों के आधार पर तय होते हैं, जो स्थानीय स्तर पर निर्धारित प्रक्रिया के अंतर्गत चिन्हित होंगे।
झाझडि़या को हटाया
देवेन्द्र झाझडि़या भाजपा प्रत्याशी हैं, ऐसे में उनके चुनाव आइकन होने को लेकर गुप्ता ने स्पष्ट किया कि उन्हें चुनाव आइकन की सूची से हटा दिया गया है।
अधिकारियों को हिदायत
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने चुनाव तैयारियों को लेकर ली गई बैठक में अधिकारियों को हिदायत दी कि सभी अधिकारी अनुशासन में रहकर कार्य करें। उनका आचरण संदेह से परे रहना चाहिए। चुनाव कार्य निर्वहन में किसी भी प्रकार लापरवाही पर आयोग संबंधित अधिकारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगा।