इस ऐप के माध्यम से व्यापारियों द्वारा दी जा रही छूट की जानकारी ग्राहकों तक आसानी से पहुंच सकेगी, जिससे लोग अपने आसपास की दुकानों पर जाकर खरीदारी कर सकेंगे। फिलहाल इस ऐप से वैशाली नगर, भांकरोटा और आस-पास के व्यापारी जुड़े हैं और जल्द ही इसे और अधिक व्यापारियों व ग्राहकों तक पहुंचाया जाएगा।
व्यापारियों ने ई-कॉमर्स से प्रतिस्पर्धा करने और ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए ऐप से ही अपने दुकान-प्रतिष्ठानों पर 2 से 15 प्रतिशत तक का डिस्काउंट ऑफर करने का निर्णय लिया है। इसके साथ ही, अगर खरीदे गए सामान में कोई कमी पाई जाती है तो उसे आसानी से बदलवाया भी जा सकेगा।
सभी के लिए लाभकारी पहल
इस ऐप के जरिए व्यापारियों को ग्राहकों तक पहुंचने में आसानी होगी और ग्राहक भी सीधे तौर पर लोकल बाजार से जुड़ सकेंगे। व्यापारी अपने प्रतिष्ठानों पर आने वाले ग्राहकों को इस ऐप के माध्यम से विशेष ऑफर भी दे सकेंगे, जिससे ग्राहक आसानी से खरीदारी का लाभ उठा सकें।
ग्राहकों को जागरूक करने की योजना
लोकल बाजार को प्रमोट करने के लिए व्यापार मंडल ने कॉलोनियों में जागरूकता अभियान चलाने की योजना बनाई है। इस पहल की शुरुआत कॉलोनियों की विकास समितियों से की जाएगी, जहां लोगों को इस ऐप के फायदे और लोकल बाजार से खरीदारी करने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
ई-कॉमर्स ग्रोथ की रिपोर्ट
वित्तीय सलाहकारों की रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय ई-कॉमर्स क्षेत्र में 2022-2030 के बीच 18-20 प्रतिशत की कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट का अनुमान है। इसके साथ ही, 2030 तक भारतीय ई-कॉमर्स मार्केट 16 से 25 लाख करोड़ रुपए तक पहुंचने की उम्मीद जताई जा रही है।
ई-कॉमर्स के मुकाबले लोकल बाजार की पहल
ई-कॉमर्स कंपनियों की बढ़ती प्रतिस्पर्धा से स्थानीय व्यापारी काफी परेशान हैं और बाजार में उम्मीद के मुताबिक ग्रोथ नहीं हो रही है। इस स्थिति को देखते हुए व्यापारियों को एक प्लेटफार्म पर लाने के लिए हमने इस ऐप का निर्माण किया है। अब तक 5,000 से अधिक व्यापारी इससे जुड़ चुके हैं और जल्द ही इसे कॉलोनियों में लोगों से भी जोड़ा जाएगा। –ललित सिंह सांचौरा, अध्यक्ष, जयपुर व्यापार मंडल के अनुसार