आरपीएफ सहायक उपनिरीक्षक सत्यपाल सिंह ने बताया कि सुबह करीब 10 बजे नंदादेवी एक्सप्रेस के ठहराव के दौरान एक 15 वर्षीय किशोर संदिग्धावस्था में नजर आया। किशोर को चौकी में लाकर चाय बिस्क़ुट खिला कर विश्वास में ले पूछताछ की तो उसने पिता की डांट से नाराज होकर घर से भाग कर ट्रेन से आने की बात कही।
चौकी के उपनिरीक्षक हंसराज मीणा ने किशोर के नाम पते अंकित कर चाइल्ड लाइन हेल्प लाइन नंबर को सूचना दी। इस पर करौली से पहुंचे चाइल्ड लाइन से टीम मेंबर देवेंद्र कुमार व्यास व अनुज प्रताप सिंह को किशोर सुुर्पुद कर दिया। स्टेशन अधीक्षक शिवचरण मीणा ने बताया कि आरपीएफ के एएसआई सत्यपाल की सजगता से किशोर को दूसरी ट्रेन में बैठ अन्यत्र जाने से रोक लिया गया।