लडक़ी के पिता पेशे से ट्रक ड्राइवर हैं। उनका कहना है कि उन्होंने अपनी बेटी को बड़े प्यार और उम्मीदों के साथ पढ़ाया था। बेटी ने बीए की डिग्री पूरी की और वर्तमान में बीएड की पढ़ाई कर रही थी। पिता का सपना था कि उनकी बेटी एक दिन अध्यापक बने और समाज में अच्छा नाम कमाए। लेकिन बेटी ने परिवार की इच्छाओं को नकारते हुए प्रेम विवाह करने का फैसला किया। यह फैसला उसके माता-पिता के लिए शॉकिंग था।
लडक़ी ने अपने परिवार की मर्जी के खिलाफ जाकर एक गैर समाज के लडक़े से शादी कर ली और यह सब बिना अपने माता-पिता को बताए हुआ। इस निर्णय ने उसके पिता और मां को काफी दुखी किया। वे सोचते थे कि उनकी बेटी का जीवन बहुत बेहतर हो सकता है। लेकिन प्रेम विवाह के कारण उनकी उम्मीदों को गहरा आघात पहुंचा। उन्होंने इस घटना से आहत होकर एक शोक पत्रिका छपवाने का फैसला किया। जिसमें लिखा था कि उनकी बेटी अब उनके लिए मरे हुए समान है।
बेटी के माता-पिता ने उसे घर वापस लाने के लिए कई बार प्रयास किए। लेकिन बेटी ने अपने पिता से मिलने और घर लौटने से इनकार कर दिया। जब पुलिस ने उसे पकडकऱ माता-पिता के सामने पेश किया। उसने अपने माता-पिता को पहचानने से भी मना कर दिया। इसी कारण उन्होंने अपनी बेटी को मरा हुआ घोषित कर दिया। शोक पत्रिका में साफ लिखा गया कि उठावना 11 दिसंबर को होगा। और इस संदेश को उन्होंने पूरे क्षेत्र में फैला दिया।
यह भी पढ़ें